कब्रिस्तान की आशिष

(THE BLESSING OF A CEMETERY)

1. Greeting-Exhortation

The faithful gather at the entrance of the cemetery where the celebrant and the ministers join them vested for Holy Mass.

अनुष्ठाता:- जीवन के स्रोत और मृत्युंजय हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त की कृपा आप सब के साथ हो।

सब:- और आप के साथ भी।
The celebrant explains the rite in these or similar words:

अनुष्ठाता:- प्रिय भाइयो और बहनो, ख्रीस्तीय विश्वास और भक्तिभाव से प्रेरित होकर हम इस कब्रिस्तान की आशिष हेतु यहाँ एकत्र हुए हैं। हमारे मृत भाई-बहनों को यहाँ इस विश्वास से दफनाया जाएगा कि वे एक दिन हमारे प्रभु का साक्षात दर्शन उनकी महिमा में कर सकेंगे। यह स्थान मृत विश्वासियों के लिए तैयार किया गया है। हम अपनी विश्वास की आँखें स्वर्ग की ओर उठाएँ जहाँ हमारे पुनर्जीवित येसु ख्रीस्त ने हम सब के लिए निवास स्थान तैयार किया है। वही ईश्वर प्रेमपूर्वक हमारा स्वागत करेंगे, जब अंतिम दिन में हमारा पुनरुत्थान होगा।

2. Opening Prayer

अनुष्ठाता:- हम प्रार्थना करें। हे ईश्वर, तूने पृथ्वी पर अपने विश्वासियों को पथिक बनाया कि वे एक दिन स्वर्ग पहुँच कर नित्यानंद प्राप्त करें। अपने परिवार के सदस्यों पर दयादृष्टि डाल जो इस कब्रिस्तान पर एकत्र हुए हैं। हमें यह कृपा प्रदान कर कि जब कभी हम अपने प्रिय मृत जनों के लिए तैयार किए गए इस कब्रिस्तान में पधारेंगे, हम अपने पुनर्जीवित ईश्वर में अपने भावी जीवन का स्मरण करते रहें। वह हमारे नश्वर शरीर को अपने महिमामय शरीर का अंग बना देंगे। हम यह प्रार्थना करते हैं, हमारे प्रभु ख्रीस्त के द्वारा जो युगानुयुग जीते रहते और राज्य करते हैं।

सब:- आमेन।
3. Procession – All proceed to the place where the Cross has been erected. The crossbearer, ministers and celebrant lead the procession.

अनुष्ठाता:- हम शांतिपूर्वक जुलूस निकालें।
LITURGY OF THE WORD
4. On arriving at the Cross, all take their places. Then the readings are proclaimed (chosen from Lectionary III pp.822ff). After the Gospel the celebrant preaches the homily highlighting the scripture message and the paschal meaning of Christian death.
PRAYER OF BLESSING
5. Standing near the Cross the celebrant, with hands extended prays:

अनुष्ठाता:- हे ईश्वर, तू असीम सांत्वना का स्रोत है। तेरी ईश्वरीय योजना के अनुसार मिट्टी निर्मित हमारे मरणशील शरीर को पंचतत्व में ही विघटित हो जाने का विधान है। किन्तु तेरी अपार अनुकंपा ने हमारे पाप के दंड को तेरे प्रेम के अचूक प्रमाण में बदल दिया है।
विश्वास में हमारे पिता इब्राहीम के लिए तूने प्रतिज्ञात देश में कब्रिस्तान का प्रबन्ध किया था। मृत जनों की दफन-क्रिया में तत्पर तोबियस की तूने भरी-भूरी प्रशंसा की थी। तेरी इच्छा थी कि तेरे एकलौते पुत्र को भी तराशी गयी नयी प्रस्तर-कब्र में रखा जाए। वहाँ से जी उठ कर उन्होंने हमारे भावी पुनरुत्थान का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।
हे प्रभु, हम तेरी दुहाई देते हैं कि इस कब्रिस्तान में जितने भी मृत व्यक्तियों की देह तेरे क्रूस की छत्रछाया में दफनायी जाएँगी, उनके लिए यह जगह तेरी शक्तिशाली कृपा द्वारा आशा और शांति का विश्राम-स्थल बनी रहे। मृत विश्वासी यहाँ शांति का अनुभव करें, यहाँ से वे एक दिन अमर जीवन के लिए जीवित हो उठेंगे। इस कब्रिस्तान में आनेवाले व्यक्तियों के मन और हृदय में भी अनंत जीवन के प्रति आशा का संचार होता रहे। ख्रीस्त में मरे विश्वासियों के लिए की गयी हमारी प्रार्थनाएँ तेरे सम्मुख पहुँचती रहें, और हम तेरी असीम दया की स्तुति दिनों-दिन करते रहें। हम यह प्रार्थना करते हैं, अपने प्रभु ख्रीस्त के द्वारा।

सब:- आमेन।
The celebrant prepares the censer and incenses the Cross. Then he goes round sprinkling the cemetery and the congregation. Meanwhile a hymn is sung. 6. Intercessory prayer – The intercessory prayers are conducted in the usual manner.

अनुष्ठाता:- ख्रीस्त ने अपने क्रूस और मृत्यु द्वारा हमारे पाप का शोधन कर दिया है, और अपनी कब्र से जी उठ कर हमें शाश्वत मृत्यु से मुक्ति दिलायी है। हम उनसे प्रार्थना करें और कहें - हे प्रभु येसु, तू ही हमारा जीवन और पुनरुत्थान है।

सब:- हे प्रभु येसु, तू ही हमारा जीवन और पुनरुत्थान है।
1. हे प्रभु येसु, जीवित ईश्वर के पुत्र तूने अपने मित्र लाजरुस को मृत्यु से पुनर्जीवित कर दिया था। हम तुझ से निवेदन करते हैं कि जिन मृत व्यक्तियों को तूने अपने अमूल्य रक्त से बचाया है, उन्हें तू अनंत जीवन और महिमा प्रदान कर।
2. हे प्रभु येसु, शोक में डूबे लोगों का दिलासा, तूने नाईन की विधवा के मृत पुत्र को जिला कर उसकी आँखों के आँसू पोंछ डाले थे। उन लोगों को भी अपनी सांत्वना से भर दे जो अपने प्रिय जनों के वियोग से शोकाकुल हैं।
3. हे प्रभु येसु, हमारे मुक्तिदाता, तू उन सब के मन और हृदय को आलोकित कर जो तुझे नहीं जानते हैं। ऐसा कर कि वे पुनरुत्थान और पारलौकिक जीवन पर विश्वास करने लगें।
4. हे प्रभु येसु, संसार की ज्योति, तूने अन्धे की रोशनी लौटा कर, उसे तुझे पहचानने की शक्ति दी थी। उन मृत व्यक्तियों पर अपने महिमामय मुखमंडल की आभा चमका दे जिन्होंने विश्वास का प्रकाश प्राप्त नहीं किया है।
_____________________ (N.B. In case there is no Holy Mass, the celebrant concludes the celebration as follows)

अनुष्ठाता:- अब हम एक साथ यह प्रार्थना करें जिसे प्रभु येसु ने हमें सिखाया है

सब:- हे पिता हमारे ........
The celebrant imparts the Solemn Blessing as given below under n.8.
______________________ HOLY MASS
7. The ministers prepare the altar for Holy Mass, which is celebrated in the usual manner.
FINAL BLESSING
8. At the end of the Mass the celebrant imparts the Solemn Blessing:

अनुष्ठाता:- जिस ईश्वर ने अकथनीय प्रेम से मनुष्य का सृजन किया, और अपने एकलौते पुत्र के पुनरुत्थान द्वारा लोगों के हृदय में पुनर्जीवित होने की आशा जगायी, वही सांत्वनादाता ईश्वर आप सब को अपना आशीर्वाद प्रदान करें।

सब:- आमेन।

अनुष्ठाता:- सर्वशक्तिमान ईश्वर सब जीवित व्यक्तियों के पाप क्षमा करे और सब मृतकों को अनंत शांति तथा ज्योति का निवास प्रदान करे।

सब:- आमेन।

अनुष्ठाता:- हम सब को, जो पुनर्जीवित प्रभु पर विश्वास करते हैं, ईश्वर अपना आशीर्वाद प्रदान करे, ताकि हम उसके अनंत आनंद में सहभागी बन सकें।

सब:- आमेन।

अनुष्ठाता:- सर्वशक्तिमान ईश्वर, पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा आप सब को अपना आशीर्वाद प्रदान करे।

सब:- आमेन।


Copyright © www.jayesu.com
Praise the Lord!