यूखरिस्तीय प्रार्थना – 12

बच्चों के साथ मिस्सा के लिए यूखरिस्तीय प्रार्थना - 2


पु. - प्रभु आप लोगों के साथ हो।

सब - और आपकी आत्मा के साथ।


पु. - प्रभु में मन लगाइए।

सब - हम प्रभु में मन लगाए हुए हैं।


पु. - हम अपने प्रभु ईश्वर को धन्यवाद दें।

सब - यह उचित और न्यायसंगत है।


पु. - हे परम प्रिय पिता, यह हमारा सौभाग्य है कि हम तुझे धन्यवाद दें, और तेरी कलीसिया में येसु खीस्त के साथ मिलकर तुझमें खुशी मनाएँ। तूने हमें इतना प्यार किया कि हमारे लिए इतना विशाल और सुन्दर जगत् बनाया है।

सब - तू हम सबको करता प्यार, होवे तेरा जय-जयकार।


पु. - हमारे प्रति प्रेम के कारण तूने अपने पुत्र येसु को हमें दिया है, ताकि वे हम सबको तेरे पास ले चलें।

सब - तू हम सबको करता प्यार, होवे तेरा जय-जयकार।


पु. - तू हमें इतना प्यार करता है कि हम सबको एक परिवार की तरह खीस्त में एकत्र करता है।

सब - तू हम सबको करता प्यार, होवे तेरा जय-जयकार।


पु. - प्रेम के इतने बड़े दान के लिए हम तुझे धन्यवाद देते और दूतों तथा संतों के साथ मिलकर तेरा प्रशंसागान करते हैं :


सब: पवित्र, पवित्र, पवित्र प्रभु विश्वमण्डल के ईश्वर ! स्वर्ग और पृथ्वी तेरी महिमा से परिपूर्ण हैं। सर्वोच्च स्वर्ग में होसन्ना ! धन्य हैं वे, जो प्रभु के नाम पर आते हैं। सर्वोच्च स्वर्ग में होसन्ना !


(पुरोहित अपने हाथों को फैलाए हुए बोलते हैं : )


पु. - हे हमारे पिता, सच में धन्य हैं येसु, जिन्हें तूने हमारे पास भेजा है। वे नन्हें बच्चों और दीन-दु:खियों के मित्र हैं। वे हमें सिखाने आये कि तुझे और एक-दूसरे को किस प्रकार प्यार करना चाहिए। वे मनुष्यों के हृदय से बुराई दूर करने आये, क्योंकि बुराई मित्रता में बाधा डालती है। वे शत्रुता दूर करने आये, क्योंकि शत्रुता हमें सुखी होने नहीं देती है। उन्होंने हमें पवित्र आत्मा देने की प्रतिज्ञा की है, जो सदा हमारी सहायता करता है कि हम तेरा जीवन जी सके।


सब: धन्य हैं वे, जो प्रभु के नाम पर आते हैं ! सर्वोच्च स्वर्ग में होसन्ना !


(वे करबद्ध होते हैं और भेंट के ऊपर अपने हाथों को फैलाए हुए बोलते हैं : )


पु. - हे हमारे पिता ईश्वर, हम तुझसे निवेदन करते हैं : अपना पवित्र आत्मा भेज दे कि उसकी शक्ति से रोटी और दाखरस की ये उपहार


(वे करबद्ध होते हैं और रोटी तथा कटोरे पर एक साथ एक बार क्रूस का चिह्न बनाते हुए बोलते हैं : )


पु. - हमारे प्रभु येसु खीस्त के शरीर + और रक्त बन जाएँ।


(वे करबद्ध होते हैं। निम्नलिखित प्रार्थनाओं में प्रभु के शब्दों का स्पष्ट और अक्षरश: उच्चारण किया जाना चाहिए, क्योंकि यह इन शब्दों की प्रकृति द्वारा अपेक्षित है।)


पु. - अपने दुःखभोग के एक दिन पहले येसु ने तेरा महान् प्रेम प्रकट किया।

(वे रोटी लेते हैं और उसे वेदी के थोड़ा-सा ऊपर उठाकर जारी रखते हैं : )


पु. - अपने शिष्यों के साथ भोजन करते समय उन्होंने रोटी ली, तुझे धन्यवाद दिया और रोटी तोड़कर उसे अपने शिष्यों को देते हुए कहा :


(वे थोड़ा नतमस्तक होते हैं : )


पु. - तुम सब इसे लो और इसमें से खाओ, क्योंकि यह मेरा शरीर है, जो तुम्हारे लिए बलि चढ़ाया जाएगा।


(वे बच्चों को प्रतिष्ठित होस्तिया दिखाते हैं और बच्चे घोषित करते हैं।)


सब: येसु खीस्त हमारे लिए बलि बन गये।


(वे लोगों को प्रतिष्ठित होस्तिया दिखाते हैं; और उसे पुन: थालिका पर रखकर आराधना में नतजानु होते हैं। इसके बाद वे जारी रखते हैं : )


पु. - इसी भाँति


(वे कटोरा लेते हैं और उसे वेदी के थोड़ा-सा ऊपर उठाकर जारी रखते हैं : )


पु. - उन्होंने दाखरस-भरा कटोरा लिया, धन्यवाद की प्रार्थना की और शिष्यों की ओर कटोरा बढ़ाते हुए कहा :


(वे थोड़ा नतमस्तक होते हैं : )


पु. - तुम सब इसे लो और इसमें से पिओ, क्योंकि यह मेरे रक्त का कटोरा है, नवीन और अनंत व्यवस्थान का रक्त, जो तुम्हारे और बहुतों के पापों की क्षमा के लिए बहाया जाएगा।


(वे बच्चों को कटोरा दिखाते हैं और बच्चे घोषित करते हैं।)


सब: येसु खीस्त हमारे लिए बलि बन गये।


पु. - तब येसु ने उनसे कहा : तुम मेरी स्मृति में यह करो।


(पुरोहित अपने हाथों को फैलाए हुए जारी रखते हैं।)


पु. - विश्वास का रहस्य।


सब: ख्रीस्त हमारे लिए मर गये और फिर जी उठे; हम उनके महिमामय आगमन की बाट जोहते हैं।

अथवा

हे प्रभु, हम तेरी मृत्यु और पुनरुत्थान की घोषणा तेरे पुनगागमन तक करते रहेंगे।

अथवा

हे प्रभु, जब हम यह रोटी खाते और यह कटोरा पीते हैं, तेरे पुनगगमन तक तेरी मृत्यु की घोषणा करते हैं।

अथवा

हे विश्व के उद्धाकर्त्ता, हमारा उद्धार कर। तूने अपने क्रूस तथा पुनरुत्थान द्वारा हमें मुक्त किया है।


(इसके बाद पुरोहित अपने हाथों को फैलाए हुए जारी रखते हैं )


पु. - इसलिए, हे परम प्रेमी पिता, हम संसार के मुक्तिदाता प्रभु येसु की मृत्यु तथा पुनरुत्थान की याद करते हैं। उन्होंने स्वयं को बलि स्वरूप हमें दे दिया कि इस प्रायश्चित और शांति के बलिदान द्वारा हम तेरे निकट आ सकें।

सब: हम तेरी प्रशंसा करते, तेरी स्तुति गाते और तुझे धन्य कहते हैं।


पु. - हे प्रभु ईश्वर, हमारी प्रार्थना सुन ले। हम सबको, जो इस भोज में भाग लेते हैं, अपने प्रेम का आत्मा प्रदान कर। हमारे संत पिता (नाम), हमारे धर्माध्यक्ष (नाम), सभी धर्माध्यक्षों और तेरी प्रजा के सेवकों के साथ हमारी एकता सदा बढ़ती जाए।

सब: हम तेरी प्रशंसा करते, तेरी स्तुति गाते और तुझे धन्य कहते हैं।


पु. - हे प्रभु, हमारे प्रियजनों को न भूल; उन्हें भी न भूल, जिनको हम अपने समान प्यार नहीं कर पाते हैं। सभी मृतकों (नाम) की सुद्धि ले और दयापूर्बक उन्हें स्वर्गधाम में प्रवेश पाने दे।

सब: हम तेरी प्रशंसा करते, तेरी स्तुति गाते और तुझे धन्य कहते हैं।


पु. - हे पिता, हम निवेदन करते हैं: हमें एक दिन अपने यहाँ एकत्र कर, कि हम अपनी और ईश्वर की माता धन्य कुँवारी मरियम के साथ तेरे राज्य में अनंत पर्व मना सके। वहाँ हम सभी, प्रभु येसु के मित्र, अनंत काल तक तेरी महिमा के गीत गाते रहेंगे।

सब: हम तेरी प्रशंसा करते, तेरी स्तुति गाते और तुझे धन्य कहते हैं।


(वे कटोरा, तथा थालिका में होस्तिया लेते हैं और दोनों को ऊपर उठाते हुए बोलते हैं : )


पु. - इन्हीं प्रभु खीस्त के द्वारा, इन्हीं के साथ और इन्हीं में, हे सर्वशक्तिमान् पिता ईश्वर, पवित्र आत्मा के साथ, सारा गौरव तथा सम्मान युगानुयुग तेरा ही है।


सब - आमेन।


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