सन्ध्या-वन्दना

पास्का का सातवाँ सप्ताह – बृहस्पतिवार


अगुआ : हे ईश्वर, हमारी सहायता करने आ जा।

समूह : हे प्रभु, हमारी सहायता करने शीघ्र ही आ जा।


अगुआ : पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

समूह : जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।


मंगलगान

अग्र. 1 :प्रभु ईश्वर ने उसे उसके पिता दऊद का सिंहासन प्रदान किया; अल्लेलूया।


स्तोत्र 131 दाऊद के वंश से ईश्वर की प्रतिज्ञा। (1)

प्रभु! दाऊद को याद कर और उसके समस्त कष्टों को,
प्रभु के सामने उसकी शपथ को,
याकूब के शक्तिमान् ईश्वर के प्रति उनकी मन्नत को।

"मैं अपने घर में प्रवेश नहीं करूँगा,
अपनी शय्या पर विश्राम नहीं करूँगा,

अपनी आँखों में नींद नहीं आने दूँगा,
अपनी पलकों को झपकी लेने नहीं दूँगा,

जब तक कि मैं ईश्वर के लिए स्थान न पाऊँ,
याकूब के शक्तिमान प्रभु के लिए निवास"।

हमने एफ्राता में मंजूषा के विषय में सुना
और उसे यार के मैदान में पाया।

"हम प्रभु के आवास को चलें,
हम उसके पावदान को दण्डवत करें।

प्रभु! तू अपनी तेजस्वी मंजूषा के साथ
अपने स्थायी आवास को चल।

तेरे याजक धार्मिकता के वस्त्र धारण करें,
तेरे भक्त आनन्द के गीत गायें।

अपने सेवक दाऊद के कारण
अपने अभिषिक्त को न त्याग।"

अग्र. : प्रभु ईश्वर ने उसे उसके पिता दऊद का सिंहासन प्रदान किया; अल्लेलूया।

अग्र. 2 : येसु मसीह ही सबका एकमात्र अधीश्वर है। वह राजाओं का राजा और प्रभुओं का प्रभु है; अल्लेलूया।


स्तोत्र 131 दाऊद के वंश से ईश्वर की प्रतिज्ञा। (1)

प्रभु ने शपथ खा कर दाऊद से प्रतिज्ञा की है।
वह अपने वचन से नहीं मुकरेगा।
"मैं तुम्हारे वंशज में से एक को
तुम्हारे सिंहासन पर बैठाऊँगा।

यदि तुम्हारे पुत्र मेरे विधान पर चलेंगे
और मेरे दिये हुए नियमों का पालन करेंगे,
तो उनके पुत्र भी सदा-सर्वदा के लिए
तुम्हारे सिंहासन पर बैठेंगे।"

क्योंकि प्रभु ने सियोन को चुना
और अपने निवास के लिए चाहा:
"यह मेरा स्थिरस्थायी निवास है,
मैं यहीं रहूँगा, क्योंकि मैंने सियोन को चुना है।

"मैं यहाँ के निवासियों को भरपूर भोजन प्रदान करूँगा,
मैं इसके दरिद्रों को रोटी दे कर तृप्त करूँगा।
मैं इसके याजकों को कल्याण के वस्त्र पहनाऊँगा।
इसके भक्त जन उल्लास के गीत गायेंगे।

मैं यहाँ दाऊद के लिए एक शक्तिशाली वंशज उत्पन्न करूँगा,
अपने मसीह के लिए एक प्रदीप जलाऊँगा।
उसके शत्रुओं को लज्जित होना पड़ेगा,
किन्तु उसके मस्तक पर मेरा मुकुट शोभायमान होगा।"

अग्र. : येसु मसीह ही सबका एकमात्र अधीश्वर है। वह राजाओं का राजा और प्रभुओं का प्रभु है; अल्लेलूया।

अग्र. 3 : हे प्रभु, तेरे सामर्थ्य और पवित्रता के प्रताप के सदृश्य कौन है?


भजन स्तुति : प्रकाशना 11:17-18; 12:10-12

"सर्वशक्तिमान् प्रभु-ईश्वर, जो है और जो था!
हम तुझे धन्यवावद देते हैं,
क्योंकि तूने अपने सामर्थ्य का प्रदर्शन किया
और राज्याधिकार ग्रहण कर लिया है।

’राष्ट्र क्रुद्ध हो गये थे, किन्तु तेरा क्रोध आ गया है
और वह समय भी, जब मृतकों का न्याय किया जायेगा;

जब तेरे सेवकों, तेरे नबियों और तेरे सन्तों को पुरस्कार दिया जायेगा
और उन सबों को भी, चाहे वे छोटे या बड़े हों,
जो तेरे नाम पर श्रद्धा रखते हैं;

अब हमारे ईश्वर की विजय, सामर्थ्य तथा राजत्व
और उसके मसीह का अधिकार प्रकट हुआ है;

क्योंकि हमारे भाइयों का वह अभियोक्ता नीचे गिरा दिया गया है,
जो दिन-रात ईश्वर के सामने उस पर अभियोग लगाया करता था।

"वे मेमने के रक्त और अपने साक्ष्य के द्वारा उस पर विजयी हुए,
क्योंकि उन्होंने अपने जीवन का मोह छोड़ कर मृत्यु का
स्वागत किया; "इसलिए स्वर्ग और उसके निवासी आनन्द मनायें।

अग्र. : हे प्रभु, तेरे सामर्थ्य और पवित्रता के प्रताप के सदृश्य कौन है?

धर्मग्रन्थ-पाठ : 1 कुरिन्थियों 6:19-20

क्या आप लोग यह नहीं जानते कि आपका शरीर पवित्र आत्मा का मन्दिर है? वह आप में निवास करता है और आप को ईश्वर से प्राप्त हुआ है। आपका अपने पर अधिकार नहीं है; क्योंकि आप लोग कीमत पर खरीदे गये हैं। इसलिए आप लोग अपने शरीर में ईश्वर की महिमा प्रकट करें।
लघु अनुवाक्य
अगुआ : पवित्र आत्मा हमारा सहायक है; अल्लेलूया, अल्लेलूया।
समूह : पवित्र आत्मा हमारा सहायक है; अल्लेलूया, अल्लेलूया।
• वहीं तुम्हें सारी बातें सिखायेगा।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

मरियम गान


अग्र. : जब वह सत्य का आत्मा आयेगा, तो वह तुम्हें पूर्ण सत्य तक ले जायेगा और आने वाली बतों के विषय में बतायेगा; अल्लेलूया।

"मेरी आत्मा प्रभु का गुणगान करती है,
मेरा मन अपने मुक्तिदाता ईश्वर में आनन्द मनाता है;

क्योंकि उसने अपनी दीन दासी पर कृपादृष्टि की है।
अब से सब पीढ़ियाँ मुझे धन्य कहेंगी;
क्योंकि सर्वशक्तिमान् ने मेरे लिए महान् कार्य किये हैं।
पवित्र है उसका नाम!

उसकी कृपा उसके श्रद्धालु भक्तों पर
पीढ़ी-दर-पीढ़ी बनी रहती है।
उसने अपना बाहुबल प्रदर्शित किया है,
उसने घमण्डियों को तितर-बितर कर दिया है।

उसने शक्तिशालियों को उनके आसनों से गिरा दिया
और दीनों को महान् बना दिया है।
उसने दरिंद्रों को सम्पन्न किया
और धनियों को ख़ाली हाथ लौटा दिया है।

इब्राहीम और उनके वंश के प्रति
अपनी चिरस्थायी दया को स्मरण कर,
उसने हमारे पूर्वजों के प्रति अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार
अपने दास इस्राएल की सुध ली है।"

पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।

अग्र. : जब वह सत्य का आत्मा आयेगा, तो वह तुम्हें पूर्ण सत्य तक ले जायेगा और आने वाली बतों के विषय में बतायेगा; अल्लेलूया।


सामूहिक निवेदन

अगुआ :आइये, हम प्रभु येसु से निवेदन करें, वह सदा-सर्वदा धन्य हैं। उन्होंने जिनको मुक्ति प्रदान की है, उन पर अपने पवित्र आत्मा को भेजे।
समूह : प्रभु, जिनका तूने उध्दार किया है, उनकी तू रक्षा करे।
• तू अपनी कलीसिया में एकता की आत्मा भेज दे – क्रोध और मतभेद को हमसे दूर कर दे।
• दुष्टात्मा से पीड़ित लोगों को तूने छुटकारा दिया – हमारी दुनिया को रोग-मुक्त कर दे।
• पवित्र आत्मा द्वारा प्रार्थना करने से तूने अपनी परिचर्या हेतु प्रेरणा प्राप्त की – तेरे पुरोहित अपनी प्रार्थना द्वारा पवित्र आत्मा का अनुकरण कर पायें और अपनी सेवा के जीवन को पूर्ण बना सकें।
• सब राष्ट्रों के शासकों का पवित्र आत्मा मार्ग प्रदर्शन करे – वे तेरी शान्ति कायम करने में समर्थ हो सकें।
• जैसे तू अपने पिता की महिमा का भागी बन गया है, वैसे ही सब मृत विश्वासियों को भी अपनी महिमा के भागी बना दे।

हे हमारे पिता ....


समापन प्रार्थना

अगुआ :हे प्रभु ईश्वर, तेरा आत्मा अपने सामर्थ्य के साथ हम पर उतर आवे। वह अपने वरदानों से हमें भर दे और हमारे हृदय को तुझे प्रिय तथा तेरी आज्ञाओं के अनुकूल बना ले। हम यह प्रार्थना करते हैं, उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त तेरे पुत्र के द्वारा जो परमेश्वर होकर तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।

समूह : आमेन।

अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।

समूह : आमेन।

अगुआ : ख्रीस्त की शांति में जाइये, अल्लेलूया, अल्लेलूया।

समूह : ईश्वर को धन्यवाद, अल्लेलूया, अल्लेलूया।


Copyright © www.jayesu.com
Praise the Lord!