सन्ध्या-वन्दना

वर्ष का सामान्य सप्ताह - 3 सोमवार


अगुआ : हे ईश्वर, हमारी सहायता करने आ जा।

समूह : हे प्रभु, हमारी सहायता करने शीघ्र ही आ जा।


अगुआ : पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

समूह : जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।


मंगलगान

भज ले रे मनवा प्रभु का नाम
जप ले रे निशि दिन प्रभु का नाम

सृजनहार पिता का नाम, पालनहार पिता का नाम
भज ले रे मनवा पिता का नाम
जप ले रे निशि दिन पिता का नाम

मुक्ति प्रदाता येसु का नाम, तारणहार येसु का नाम
भज ले रे मनवा येसु का नाम
जप ले रे निशि दिन येसु का नाम

ज्योति प्रदाता आत्मा का नाम, शान्ति प्रदाता आत्मा का नाम
भज ले रे मनवा आत्मा का नाम
जप ले रे निशि दिन आत्मा का नाम

अग्र. 1 : हमारी आँखे प्रभु पर टिकी हुई हैं जब तक वह हम दया न करे।


स्तोत्र 122 ईश्वर: अपनी प्रजा का भरोसा।

मैंने तेरी ओर आँखे उठायी,
तेरी ओर, जो स्वर्ग में विराजमान है।

जिस तरह दासों की आँखें
स्वामी के हाथ पर टिकी रहती हैं,

जिस तरह दासी की आँखें
स्वामिनी के हाथ पर टिकी रहती हैं,

उसी तरह जब तक प्रभु-ईश्वर दया न करे,
हमारी आँखें उस पर टिकी हुई हैं।

हम पर दया कर, प्रभु! हम पर दया कर!
हम तिरस्कार सहते-सहते तंग आ गये हैं।

हमारी आत्मा धनियों के उपहास
और घमण्डियों के तिरस्कार से तंग आ गयी है।

अग्र. : हमारी आँखे प्रभु पर टिकी हुई हैं जब तक वह हम दया न करे।

अग्र. 2 : प्रभु का नाम ही हमारा सहारा है, जिसने स्वर्ग और पृथ्वी को बनाया है।


स्तोत्र 123 प्रभु का नाम ही हमारा सहारा है।

यदि प्रभु ने हमारा साथ नहीं दिया होता - इस्राएल यह दोहराये-
यदि प्रभु ने हमारा साथ नहीं दिया होता,
तो जब लोगों ने हम पर चढ़ाई की
और हम पर उनका क्रोध भड़का,
तब वे हमें जीवित ही निगल गये होते।

बाढ़ हमें डुबा गयी होती,
प्रचण्ड धारा ने हमें बहा दिया होता
और चारों ओर उमड़ती लहरों में हम डूब कर मर गये होते।

धन्य है प्रभु! उसने हमें उनके दाँतों का शिकार नहीं होने दिया।
हमारी आत्मा, पक्षी की तरह, बहेलिये के फन्दे से निकल गयी है।
फन्दा टूट गया और हम निकल भागे।

प्रभु का नाम ही हमारा सहारा है।
उसने स्वर्ग और पृथ्वी को बनाया है।

अग्र. : प्रभु का नाम ही हमारा सहारा है, जिसने स्वर्ग और पृथ्वी को बनाया है।

अग्र. 3 : ईश्वर ने अपने पुत्र द्वारा हमें दत्तक पुत्र बनने के लिए चुन लिया है।


भजन स्तुति : एफेसियों 1:3-10

धन्य है हमारे प्रभु ईसा मसीह का ईश्वर और पिता!
उसने मसीह द्वारा हम लोगों को स्वर्ग के हर प्रकार के
आध्यात्मिक वरदान प्रदान किये हैं।

उसने संसार की सृष्टि से पहले मसीह में हम को चुना,
जिससे हम मसीह से संयुक्त हो कर
उसकी दृष्टि में पवित्र तथा निष्कलंक बनें।

उसने प्रेम से प्रेरित हो कर आदि में ही निर्धारित किया
कि हम ईसा मसीह द्वारा उसके दत्तक पुत्र बनेंगे।

इस प्रकार उसने अपनी मंगलमय इच्छा के अनुसार
अपने अनुग्रह की महिमा प्रकट की है।

वह अनुग्रह हमें उसके प्रिय पुत्र द्वारा मिला है,
जो अपने रक्त द्वारा हमें मुक्ति
अर्थात् अपराधों की क्षमा दिलाते हैं।

यह ईश्वर की अपार कृपा का परिणाम है,
जिसके द्वारा वह हमें प्रज्ञा तथा बुद्धि प्रदान करता रहता है।

उसने अपनी मंगलमय इच्छा के अनुसार निश्चय किया था
कि वह समय पूरा हो जाने पर स्वर्ग तथा पृथ्वी में जो कुछ है,
वह सब मसीह के अधीन कर एकता में बाँध देगा।

अग्र. : ईश्वर ने अपने पुत्र द्वारा हमें दत्तक पुत्र बनने के लिए चुन लिया है।


धर्मग्रन्थ-पाठ : याकूब 4:11-12

भाइयो! आप एक दूसरे की निन्दा नहीं करें। जो अपने भाई की निन्दा करता या अपने भाई का न्याय करता है, वह संहिता की निन्दा और न्याय करता है। यदि आप संहिता का न्याय करते हैं, तो आप संहिता के पालक नहीं, बल्कि न्यायकर्ता बन बैठते हैं। केवल एक ही विधायक और एक ही न्यायकर्ता है, जो बचाने और नष्ट करने में समर्थ है। अपने पड़ोसी का न्याय करने वाले आप कौन हैं?

लघु अनुवाक्य :
अगुआ : मेरी आत्मा को चंगा कर क्योंकि मैंने तेर विरुध्द पाप किया है।
समूह : मेरी आत्मा को चंगा कर क्योंकि मैंने तेर विरुध्द पाप किया है
• मैंने कहा : हे प्रभु, मुझ पर दया कर।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

मरियम गान

अग्र. : मेरी आत्मा प्रभु का गुणगान करती है, क्योंकि मेरी दीन-हीन दशा पर प्रभु की कृपा-दृष्टि रही है।

"मेरी आत्मा प्रभु का गुणगान करती है,
मेरा मन अपने मुक्तिदाता ईश्वर में आनन्द मनाता है;

क्योंकि उसने अपनी दीन दासी पर कृपादृष्टि की है।
अब से सब पीढ़ियाँ मुझे धन्य कहेंगी;
क्योंकि सर्वशक्तिमान् ने मेरे लिए महान् कार्य किये हैं।
पवित्र है उसका नाम!

उसकी कृपा उसके श्रद्धालु भक्तों पर
पीढ़ी-दर-पीढ़ी बनी रहती है।
उसने अपना बाहुबल प्रदर्शित किया है,
उसने घमण्डियों को तितर-बितर कर दिया है।

उसने शक्तिशालियों को उनके आसनों से गिरा दिया
और दीनों को महान् बना दिया है।
उसने दरिंद्रों को सम्पन्न किया
और धनियों को ख़ाली हाथ लौटा दिया है।

इब्राहीम और उनके वंश के प्रति
अपनी चिरस्थायी दया को स्मरण कर,
उसने हमारे पूर्वजों के प्रति अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार
अपने दास इस्राएल की सुध ली है।"

पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।

अग्र : मेरी आत्मा प्रभु का गुणगान करती है, क्योंकि मेरी दीन-हीन दशा पर प्रभु की कृपा-दृष्टि रही है।

सामूहिक निवेदन

अगुआ :ख्रीस्त की इच्छा है कि सब कोई मुक्ति पावें। हम प्रार्थना करें कि उसकी यह इच्छा पूरी हो।
समूह : हे प्रभु, सब मनुष्यों को तू अपनी उर आकर्षित कर।
• हे प्रभु, क्रूस के बलिदान द्वारा पाप की दासता से तूने हमारा उध्दार किया है – ईश्वर की संतान की महिमा और स्वतंत्रता में हमें पहुँचा दे।
• तू हमारे धर्माध्यक्ष .... और कलीसिया के सभी धर्माध्यक्षों के साथ रह – उनकी परिचर्या में उन्हें धैर्य और सहानुभूति प्रदान कर।
• जो सत्य की खोज करते हैं, उसे पाने में उनकी सहायता कर – वे सच्चाई से पवित्र किये जायें।
• पारिवारिक जीवन में शान्ति कायम रहे, अनाथों और विधवाओं को शरण मिले – तू उन्हें अपने प्रेम-भरी सान्त्वना दे।
• हमारे मृत भाई-बहनें स्वर्गिक निवास में प्रवेश करें – जहाँ वे पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग राज्य करेंगे।

हे हमारे पिता

समापन प्रार्थना

अगुआ : हे प्रभु, हमारे ईश्वर, तुझमें किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं है। तुझे परम ज्योति घोषित करना हमारा परम कर्तव्य है। जैसे हम इस दिन के अन्त की ओर पहुँच रहे हैं, तू हमारे अंधकार को प्रकाश में बदल दे और अपनी दयालुता से हमारे पाप क्षमा कर। हम यह प्रार्थना करते हैं, उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त तेरे पुत्र के द्वारा जो परमेश्वर होकर तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।
समूह : आमेन।
अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।
समूह : आमेन।


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Praise the Lord!