प्रभात वन्दना

वर्ष का सामान्य सप्ताह 4 - बृहस्पतिवार


अगुआ : प्रभु! हमारे अधरों को खोल दे।

समूह : और हम तेरे नाम का गुणगान करेंगे।


आमंत्रक स्तोत्र

आमन्त्रक अग्र. : आनन्द के गीत गाते हुए, प्रभु के सामने आओ।

मंगलगान :

सदा तू मेरे साथ प्रभु, सदा मेरे साथ
ले चलता जीवन मार्ग पर, तू ही मेरे नाथ।

गर चढ़ जाऊँ आसमाँ या जाऊँ सागर तले
देखूँ सर्वत्र तेरा ही प्रेम, तेरे प्रेम से जाऊँ न दूर॥

माँ के गर्भ में जब मैं था तूने मुझे चुन लिया,
तू ही मेरा आसरा, तू ही मेरा जीवन॥

अग्र. 1 : प्रभु, प्रात:काल तू मुझे अपना प्रेम दिखा।


स्तोत्र 142:1-11 संकट में प्रार्थना।

प्रभु! मेरी प्रार्थना सुन। मेरी विनय पर ध्यान दे।
अपनी सत्यप्रतिज्ञता और न्यायप्रियता के अनुरूप
मुझे उत्तर देने की कृपा कर।

अपने सेवक को अपने न्यायालय में न बुला,
क्योंकि तेरे सामने कोई प्राणी निर्दोष नहीं है।
शत्रु ने मुझ पर अत्याचार किया,
उसने मुझे पछाड़ कर रौंद डाला।

उसने मुझे उन लोगों की तरह अन्धकार में रख दिया,
जो बहुत समय पहले मर चुके हैं।
इसलिए मेरा साहस टूट रहा है;
मेरा हृदय तेरे अन्तरतम में सन्त्रस्त है।

मैं बीते दिन याद करता हूँ। मैं तेरे सब कार्यों पर चिन्तन
और तेरी दृष्टि का मनन करता हूँ।
मैं तेरे आगे हाथ पसारता हूँ,
सूखी भूमि की तरह मेरी आत्मा तेरे लिए तरसती है।

प्रभु! मुझे शीघ्र उत्तर दे। मेरा साहस टूट गया है।
अपना मुख मुझ से न छिपा,
नहीं तो मैं अधोलोक में उतरने वालों के सदृश हो जाऊँगा।
मुझे प्रातःकाल अपना प्रेम दिखा; मैं तुझ पर भरोसा रखता हूँ।

मुझे सन्मार्ग की शिक्षा दे,
क्योंकि मैं अपनी आत्मा को तेरी ओर अभिमुख करता हूँ।
प्रभु! शत्रुओं से मेरा उद्धार कर,
क्योंकि मैं तेरी शरण आया हूँ।

प्रभु! मुझे तेरी इच्छा पूरी करने की शिक्षा दे,
क्योंकि तू ही मेरा ईश्वर है।
तेरा मंगलमय आत्मा मुझे समतल मार्ग पर ले चले।
प्रभु! अपने नाम के अनुरूप तू मुझे नवजीवन प्रदान करेगा,
अपनी न्यायप्रियता के अनुरूप तू संकट से मेरा उद्धार करेगा।

अग्र. : प्रभु, प्रात:काल तू मुझे अपना प्रेम दिखा।

अग्र. 2 : प्रभु, नदी की तरह, येरूसालेम पर शान्ति बहा देगा।


भजन स्तुति : इसायाह 66:10-14

येरूसालेम के साथ आनन्द मनाओ।
तुम, जो येरूसालेम को प्यार करते हो,
उसके कारण उल्लास के गीत गाओ।

तुम, जो उसके लिए विलाप करते थे,
उसके कारण आनन्दित हो जाओ,
तुम उसकी संतान होने के नाते
सान्त्वना का दूध पीते हुए तृप्त हो जाओ

तुम उसकी गोद में बैठ कर उसकी महिमा पर गौरव करोगे;
क्योंकि प्रभु यह कहता है, “मैं शान्ति को नदी की तरह
और राष्ट्रों की महिमा को बाढ़ की तरह
येरूसालेम की ओर बहा दूँगा।

उसकी सन्तान को गोद में उठाया और घुटनों पर दुलारा जायेगा।
माँ जिस तरह अपने पुत्र को पुचकारती है,
उसी तरह मैं तुम्हें सान्त्वना दूँगा।
तुम्हें येरूसालेम से दिलासा मिलेगा।“

तुम्हारा हृदय यह देख कर आनन्दित हो उठेगा,
तुम्हारी हड्डियाँ हरी-भरी घास की तरह लहलहा उठेंगी।

अग्र. : प्रभु, नदी की तरह, येरूसालेम पर शान्ति बहा देगा।

अग्र. 3 : हमारे ईश्वर की सानन्द स्तुति हो।

स्तोत्र 146:1-11 प्रभु का सामर्थ्य और उसकी दयालुता।

अपने ईश्वर का भजन गाना कितना अच्छा है,
उसकी स्तुति करना कितना सुखद है!
प्रभु येरूसालेम को पुनः बनवाता
और इस्राएली निर्वासितों को एकत्र करता है।

वह दुःखियों को दिलासा देता
और उनके घावों पर पट्टी बाँधता है।
वह तारों की संख्या निश्चित करता
और एक-एक को नाम ले कर पुकारता है।

हमारा प्रभु महान्, सर्वशक्तिमान् और सर्वज्ञ है।
वह दीनों को सँभालता और विधर्मियों को नीचे गिराता है।
धन्यवाद देते हुए प्रभु का गीत गाओ,
सितार बजाते हुए प्रभु का भजन सुनाओ।

वह आकाश को बादलों से आच्छादित करता,
पृथ्वी पर पानी बरसाता और पर्वतों पर घास उगाता है।
वह पशुओं को चारा देता है
और कौओं के बच्चों को भी, जो उसे पुकारते हैं।

वह युद्धाश्व की शक्ति पर प्रसन्न नहीं होता
और मनुष्यों के बल को महत्व नहीं देता।
प्रभु श्रद्धालु भक्तों पर प्रसन्न होता है,
उन लोगों पर, जो उसकी कृपा का भरोसा करते हैं।

अग्र. : हमारे ईश्वर की सानन्द स्तुति हो।


धर्मग्रन्थ-पाठ : रोमियो 8:18-21

मैं समझता हूँ कि हम में जो महिमा प्रकट होने को है, उसकी तुलना में इस समय का दुःख नगण्य है; क्योंकि समस्त सृष्टि उत्कण्ठा से उस दिन की प्रतीक्षा कर रही है, जब ईश्वर के पुत्र प्रकट हो जायेंगे। यह सृष्टि तो इस संसार की असारता के अधीन हो गयी है - अपनी इच्छा से नहीं, बल्कि उसकी इच्छा से, जिसने उसे अधीन बनाया है- किन्तु यह आशा भी बनी रही कि वह असारता की दासता से मुक्त हो जायेगी और ईश्वर की सन्तान की महिमामय स्वतन्त्रता की सहभागी बनेगी।

लघु अनुवाक्य
अगुआ : प्रात:काल होते ही मैं तेरी याद करूँगा, हे प्रभु।
समूह : प्रात:काल होते ही मैं तेरी याद करूँगा, हे प्रभु।
• तू मेरा सहायक रहा है।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

ज़ाकरी गान

अग्र. :हे प्रभु! अपने लोगों को मुक्ति-प्राप्ति का ज्ञान दिला और हमारे अपराध क्षमा कर।

धन्य है प्रभु, इस्राएल का ईश्वर!
उसने अपनी प्रजा की सुध ली है
और उसका उद्धार किया है।
उसने अपने दास दाऊद के वंश में
हमारे लिए एक शक्तिशाली मुक्तिदाता उत्पन्न किया है।

वह अपने पवित्र नबियों के मुख से
प्राचीन काल से यह कहता आया है
कि वह शत्रुओं और सब बैरियों के हाथ से हमें छुड़ायेगा
और अपने पवित्र विधान को स्मरण कर
हमारे पूर्वजों पर दया करेगा।

उसने शपथ खा कर हमारे पिता इब्राहीम से कहा था
कि वह हम को शत्रुओं के हाथ से मुक्त करेगा,
जिससे हम निर्भयता, पवित्रता और धार्मिकता से
जीवन भर उसके सम्मुख उसकी सेवा कर सकें।

बालक! तू सर्वोच्च ईश्वर का नबी कहलायेगा,
क्योंकि प्रभु का मार्ग तैयार करने
और उसकी प्रजा को उस मुक्ति का ज्ञान कराने के लिए,
जो पापों की क्षमा द्वारा उसे मिलने वाली है,
तू प्रभु का अग्रदूत बनेगा।

हमारे ईश्वर की प्रेमपूर्ण दया से
हमें स्वर्ग से प्रकाश प्राप्त हुआ है,
जिससे वह अन्धकार और मृत्यु की छाया में बैठने वालों को ज्योति प्रदान करे
और हमारे चरणों को शान्ति-पथ पर अग्रसर करे।"

पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।


अग्र. :हे प्रभु! अपने लोगों को मुक्ति-प्राप्ति का ज्ञान दिला और हमारे अपराध क्षमा कर।

सामूहिक निवेदन

अगुआ : : पिता ईश्वर की यह परम इच्छा है कि उनके प्रिय पुत्र की मुखाकृति में सब कोई उसको पहचानें और उसका सम्मान करे।
समूह : तेरा नाम पवित्र किया जाये।
• मसीह ने हमें शुभ सन्देश सुनाया – सारी दुनिया हमारे ज़रिये वह सुसमाचार सुन पावे और आशा से प्रफुल्लित हो जाये।
• स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु, हम तुझे धन्य कहते और तेरी स्तुति करते हैं। तू हर युग के लोगों की आशा एवं आनन्द है।
• ख्रीस्त का आगमन कलीसिया को नया रूप प्रदान करे – लोगों की सेवा के लिए उसका उत्साह नित्य नवीन कर दे।
• हम उन ख्रीस्तीयों के लिए प्रार्थना करते हैं, जो अपने विश्वास के कारण अत्याचार सहते हैं – तू उनका भरोसा सुदृढ़ बनाये रख।

हे हमारे पिता ....


समापन प्रार्थना

अगुआ :हे प्रभु ईश्वर, हमें मुक्ति-विधान का सही ज्ञान प्रदान कर। इससे हम अपने शत्रुओं के भय से छुटकारा पाकर उनके पंजे से बचे रहें और आजीवन तेरी सेवा निष्ठापूर्वक करते रहें। यह हमारी प्रार्थना है, उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त तेरे पुत्र के द्वारा जो परमेश्वर होकर तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।

समूह : आमेन।

अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।

समूह : आमेन।


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Praise the Lord!