नवंबर 18

संत पेत्रुस और पौलुस के महागिर्जाघरों के रोम में समर्पण का पर्व

आज संत पेत्रुस और पौलुस के महागिर्जाघरों के रोम में समर्पण का पर्व है। यह दोंनो प्रेरित वेटिकन के संरक्षक संत है तथा कलीसिया की एकता तथा सार्वभौमिकता का प्रतीक है।

संत पेत्रुस का महागिर्जाघर सबसे पहले 323 में सम्राट कोंसटिनोपील ने बनवाया था। यह महागिर्जाघर संत पेत्रुस की कब्र पर बना था। लगभग एक हजार साल यह मूल गिर्जाघर रहा फिर इसके कमजोर ढांचे को देखते हुये इसे गिरा कर नये महागिर्जाघर का निमार्ण किया। नये महागिर्जाघर के निमार्ण में लगभग 200 साल लगे। 18 नवंबर 1626 में इसको समर्पित किया गया।

संत पौलुस का महागिर्जाघर रोम की दिवार के बाहर स्थापित है। मूल महागिर्जाघर भी सम्राट कोंसटिनोपील ने बनवाया था। लेकिन 1823 में आग से यह महागिर्जाघर नष्ट हो गया था। वर्तमान महागिर्जाघर संत पौलुस की कब्र पर बनाया गया तथा 1854 में संत पापा पायस नवमें ने कलीसिया को समर्पित किया।

इस महागिर्जाघरों के निमार्ण तथा इन्हें कलीसिया के महान प्रेरितों के नाम पर समर्पित कर माता कलीसिया उन्हें श्रद्धा तथा सम्मान चढाती है।


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