सन्ध्या-वन्दना

वर्ष का सामान्य सप्ताह - 2 शुक्रवार


अगुआ : हे ईश्वर, हमारी सहायता करने आ जा।

समूह : हे प्रभु, हमारी सहायता करने शीघ्र ही आ जा।


अगुआ : पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

समूह : जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।


मंगलगान

नयन ये मेरे देखें न मगन, मेरे प्रभु तेरा दर
तेरा उजाला बिखरा जहाँ हो मिलती नहीं वो डगर।

चलता रहा मैं इधर-उधर, तेरी तरफ़ मैं चला नहीं,
दीये में थी बाती, ज्योत न थी, इसलिए दीया जला नहीं।

मनसे किया न नमन कभी, शीश ये मेरा झुका नहीं,
जहाँ तेरा पूजा नित्य चले, मैं कभी वहाँ रुका नहीं।

बीच भंवर में नाव मेरी, कहाँ किनारा जानूँ नहीं।
तू ही मेरा साथी, तू ही मेरा माँझी, तेरा ही सहारा डूबा नहीं।

अग्र. 1 : प्रभु, मुझे मृत्यु से बचा; मेरे पैरों को फिसलने न दे।


स्त्रोत्र 114 धन्यवाद-ज्ञापन।


मैं प्रभु को प्यार करता हूँ;
क्योंकि वह मेरी पुकार सुनता है।
जिस दिन मैंने उसकी दुहाई दी, उसने मेरी सुनी।

मैं मृत्यु के बन्धनों से जकड़ा
और अधोलोक के फन्दों में फँसा हुआ था।
मैं संकट और शोक से घिरा हुआ था।
तब मैंने प्रभु का नाम ले कर पुकारा: "प्रभु! मेरे प्राणों की रक्षा कर!"

प्रभु न्यायप्रिय और दयालु है;
हमारा ईश्वर करुणामय है।
प्रभु निष्कपट लोगों की रक्षा करता है।
मैं निस्सहाय हो गया था और उसने मेरा उद्धार किया।

मेरी आत्मा! तू फिर शान्त हो जा,
क्योंकि प्रभु ने तेरा उपकार किया है। उसने मुझे मृत्यु से छुड़ाया।
उसने मेरे आँसू पोंछ डाले और मेरे पैरों को फिसलने नहीं दिया,
जिससे मैं जीवितों के देश में प्रभु के सामने चलता रहूँ।

अग्र. : प्रभु, मुझे मृत्यु से बचा; मेरे पैरों को फिसलने न दे।

अग्र.2 : जिसने स्वर्ग और पृथ्वी को बनाया है, वहीं प्रभु मेरी सहायता करता है।


स्तोत्र 120 प्रजा का रक्षक।

मैं अपनी आँखें पर्वतों की ओर उठता हूँ।
क्या वहाँ से मुझे सहायता मिलेगी?
जिसने स्वर्ग और पृथ्वी को बनाया है,
वही प्रभु मेरी सहायता करता है।

वह तुम्हारा पैर फिसलने न दे, तुम्हारा रक्षक न सोये।
नहीं, इस्राएल का रक्षक न तो सोता है और न झपकी लेता है।

प्रभु ही तुम्हारा रक्षक है।
वह छाया की तरह तुम्हारे दाहिने रहता है।
न तो दिन में सूर्य से तुम्हारी कोई हानि होगी
और न रात में चन्द्रमा से।

प्रभु तुम्हें हर बुराई से बचायेगा,
वह तुम्हारी आत्मा की रक्षा करेगा।
तुम जहाँ कहीं भी जाओगे, प्रभु तुम्हारी रक्षा करेगा,
अभी और अनन्त काल तक।

अग्र. : जिसने स्वर्ग और पृथ्वी को बनाया है, वहीं प्रभु मेरी सहायता करता है।

अग्र. 3 : युगों के अधीश्वर, तेरे सभी मार्ग न्यायपूर्ण और विश्वसनीय हैं।


भजन स्तुति : प्रकाशना 15:3-4


सर्वशक्तिमान् प्रभु-ईश्वर! तेरे कार्य महान् और अपूर्व हैं।
राष्ष्ट्रों के राजा! तेरे मार्ग न्यायसंगत और सच्चे हैं।

प्रभु! कौन तुझ पर श्रद्धा
और तेरे नाम की स्तुति नहीं करेगा?
क्योंकि तू ही पवित्र है।

सभी राष्ष्ट्र आ कर तेरी आराधना करेंगे,
क्योंकि तेरे न्यायसंगत निर्णय प्रकट हो गये हैं।

अग्र. : युगों के अधीश्वर, तेरे सभी मार्ग न्यायपूर्ण और विश्वसनीय हैं।


धर्मग्रन्थ-पाठ : 1 कुरिन्थियो 2:7-10

हम ईश्वर की उस रहस्यमय प्रज्ञा और उद्देश्य की घोषणा करते हैं, जो अब तक गुप्त रहे, जिन्हें ईश्वर ने संसार की सृष्टि से पहले ही हमारी महिमा के लिए निश्चित किया था, और जिन को संसार के अधिपतियों में किसी ने नहीं जाना। यदि वे लोग उन्हें जानते, तो महिमामय प्रभु को क्रूस पर नहीं चढ़ाते। हम उन बातों के विषय में बोलते हैं, जिनके सम्बन्ध में धर्मग्रन्थ यह कहता है - ईश्वर ने अपने भक्तों के लिए जो तैयार किया है, उस को किसी ने कभी देखा नहीं, किसी ने सुना नहीं और न कोई उसकी कल्पना ही कर पाया। ईश्वर ने अपने आत्मा द्वारा हम पर वही प्रकट किया है।

लघु अनुवाक्य
अगुआ : ख्रीस्त हमारे पापों के लिए बलि चढ़ाये गये, जिससे वह हमें ईश्वर को चढ़ाये।
समूह : ख्रीस्त हमारे पापों के लिए बलि चढ़ाये गये, जिससे वह हमें ईश्वर को चढ़ाये।
• उनका शरीर तो मार डाला गया, किन्तु आत्मा से वह पुनर्जीवित किये गये।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

मरियम गान अग्र. : हमारे पूर्वजों से की गयी प्रतिज्ञा के अनुसार हे प्रभु! अपनी करुणा को स्मरण कर।

"मेरी आत्मा प्रभु का गुणगान करती है,
मेरा मन अपने मुक्तिदाता ईश्वर में आनन्द मनाता है;

क्योंकि उसने अपनी दीन दासी पर कृपादृष्टि की है।
अब से सब पीढ़ियाँ मुझे धन्य कहेंगी;
क्योंकि सर्वशक्तिमान् ने मेरे लिए महान् कार्य किये हैं।
पवित्र है उसका नाम!

उसकी कृपा उसके श्रद्धालु भक्तों पर
पीढ़ी-दर-पीढ़ी बनी रहती है।
उसने अपना बाहुबल प्रदर्शित किया है,
उसने घमण्डियों को तितर-बितर कर दिया है।

उसने शक्तिशालियों को उनके आसनों से गिरा दिया
और दीनों को महान् बना दिया है।
उसने दरिंद्रों को सम्पन्न किया
और धनियों को ख़ाली हाथ लौटा दिया है।

इब्राहीम और उनके वंश के प्रति
अपनी चिरस्थायी दया को स्मरण कर,
उसने हमारे पूर्वजों के प्रति अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार
अपने दास इस्राएल की सुध ली है।"

पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।

अग्र : हमारे पूर्वजों से की गयी प्रतिज्ञा के अनुसार हे प्रभु! अपनी करुणा को स्मरण कर।


सामूहिक निवेदन

अगुआ :प्रभु येसु ने उस विधवा को सान्त्वना दी जिसके एकमात्र पुत्र की मृत्यु हो गयी थी। हम प्रार्थना करें कि प्रभु येसु संसार के अंत में पुन: पधार कर हमारी आँखों के आँसू पोंछ डालें।
समूह : हे प्रभु येसु, तू हमारे पास आ जा।
• हे प्रभु येसु, तूने विशेषकर दीन-दुखियों पर तरस खाकर उन्हें सान्त्वना दी है – ज़रूरतों में पडे लोगों पर दया-दृष्टि डाल।
• तेरे दुख-भोग के पूर्व पिता ने स्वर्गदूत के ज़रिये तुझे सान्त्वना दी थी – हमारी अर्ज़ी है कि मृत्यु शय्या में पड़े लोगों को तेरी सान्त्वना का बल मिले।
• प्रवास में रहने वाले सब कोई तेरी करूणामय देखभाल का अनुभव करे – वे पुन: स्वदेश लौट जायें और एक दिन हर्षोल्लास के साथ उनके स्वर्गिक पिता के भवन में प्रवेश पायें।
• पाप के कारण जो लोग तुझ से अलग हो गये हैं, उन पर अपनी स्नेह-दृष्टि डाल – वे तेरे तथा कलीसिया के साथ मेल-मिलाप कर ले।
• जो लोग दुख-पीड़ा सह कर संसार से चल बसे हैं – उन्हें अनन्त जीवन की पूर्णता और आनन्द प्रदान कर।


हे हमारे पिता

समापन प्रार्थना

अगुआ : हे प्रभु ईश्वर, क्रूस तेरे प्रेम-रहस्य का प्रतीक है। यद्यपि वह अविश्वासियों के लिए बाधा है, हम विश्वासियों के लिए तेरे सामर्थ्य तथा प्रज्ञा का चिह्न है। हमें तेरे पुत्र के महिमादायी दुखभोग का इस तरह मनन करना सिखा कि हम सदा उनके क्रूस में विश्वास और गर्व करें। हम यह प्रार्थना करते हैं, उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त तेरे पुत्र के द्वारा जो परमेश्वर होकर तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।
समूह : आमेन।
अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।
समूह : आमेन।


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Praise the Lord!