सन्ध्या-वन्दना

वर्ष का सामान्य सप्ताह - 4 शुक्रवार


अगुआ : हे ईश्वर, हमारी सहायता करने आ जा।

समूह : हे प्रभु, हमारी सहायता करने शीघ्र ही आ जा।


अगुआ : पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

समूह : जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।


मंगलगान

नयन ये मेरे देखें न मगन, मेरे प्रभु तेरा दर
तेरा उजाला बिखरा जहाँ हो मिलती नहीं वो डगर।

चलता रहा मैं इधर-उधर, तेरी तरफ़ मैं चला नहीं,
दीये में थी बाती, ज्योत न थी, इसलिए दीया जला नहीं।

मनसे किया न नमन कभी, शीश ये मेरा झुका नहीं,
जहाँ तेरा पूजा नित्य चले, मैं कभी वहाँ रुका नहीं।

बीच भंवर में नाव मेरी, कहाँ किनारा जानूँ नहीं।
तू ही मेरा साथी, तू ही मेरा माँझी, तेरा ही सहारा डूबा नहीं।

अग्र. 1 : हे प्रभु, दिन-पर-दिन मैं तुझे धन्य कहूँगा और तेरे अपूर्व कार्यों का बखान करूँगा।


स्तोत्र 144:1-13 ईश्वरईय महिमा का स्तुतिगान।

मेरे ईश्वर! मेरे राजा! मैं तेरी स्तुति करूँगा।
मैं सदा-सर्वदा तेरा नाम धन्य कहूँगा।
मैं दिन-प्रतिदिन तुझे धन्य कहूँगा।
मैं सदा-सर्वदा तेरे नाम की स्तुति करूँगा।

प्रभु महान् और अत्यन्त प्रशंसनीय है।
उसकी महिमा अगम है।
सब पीढ़ियाँ तेरी सृष्टि की प्रशंसा करती
और तेरे महान् कार्यों का बखान करती हैं।

मैं भी तेरे प्रताप, तेरे ऐश्वर्य
और तेरे महान् चमत्कारों का बखान करूँगा।
मैं भी तेरे विस्मयकारी कार्यों
और तेरी महिमा का वर्णन करूँगा।

लोग तेरी अपार कृपा की चरचा करते रहेंगे
और तेरी न्यायप्रियता का जयकार।
प्रभु दया और अनुकम्पा से परिपूर्ण है।
वह सहनशील और अत्यन्त प्रेममय है।

प्रभु सब का कल्याण करता और अपनी समस्त सृष्टि पर दया करता है।
प्रभु! तेरी समस्त सृष्टि तेरा धन्यवाद करेगी,
तेरे भक्त तुझे धन्य कहेंगे।
वे तेरे राज्य की महिमा गायेंगे और तेरे सामर्थ्य का बखान करेंगे,

जिससे सभी मनुष्य तेरे महान् कार्य
और तेरे राज्य की अपार महिमा जान जायें।
तेरे राज्य का कभी अन्त नहीं होगा।
तेरा शासन पीढ़ी-दर-पीढ़ी बना रहेगा।

अग्र. : हे प्रभु, दिन-पर-दिन मैं तुझे धन्य कहूँगा और तेरे अपूर्व कार्यों का बखान करूँगा।

अग्र. 2 : प्रभु, समस्त आँखें तेरी ओर उठायी हुई हैं। तू उन सबके निकट है, जो तुझे पुकारते हैं।


स्तोत्र 144:13-21 ईश्वरईय महिमा का स्तुतिगान।

प्रभु अपनी सब प्रतिज्ञाएँ पूरी करता है,
वह जो कुछ कहता है, प्रेम से करता है।
प्रभु निर्बल को सँभालता
और झुके हुए को सीधा करता है।

सब तेरी ओर देखते और तुझ से यह आशा करते हैं
कि तू समय पर उन्हें भोजन प्रदान करेगा।
तू खुले हाथों देता और हर प्राणी को तृप्त करता है।

प्रभु जो कुछ करता है, ठीक ही करता है।
वह जो कुछ करता है, प्रेम से करता है।
वह उन सबों के निकट है, जो उसका नाम लेते हैं,
जो सच्चे हृदय से उस से विनती करते हैं।

जो उस पर श्रद्धा रखते हैं, वह उनका मनेारथ पूरा करता है।
वह उनकी पुकार सुन कर उनका उद्धार करता है।
प्रभु अपने भक्तों को सुरक्षित रखता,
किन्तु अधर्मियों का सर्वनाश करता है।

मेरा कण्ठ प्रभु की स्तुति करता रहेगा।
सभी मनुष्य सदा-सर्वदा उसका पवित्र नाम धन्य कहें।

अग्र. : प्रभु, समस्त आँखें तेरी ओर उठायी हुई हैं। तू उन सबके निकट है, जो तुझे पुकारते हैं।

अग्र. 3 : युगों के अधिराज, तेरे मार्ग सत्य और न्याययुक्त हैं।


भजन स्तुति : प्रकाशना 15:3-4

सर्वशक्तिमान् प्रभु-ईश्वर! तेरे कार्य महान् और अपूर्व हैं।
राष्ष्ट्रों के राजा! तेरे मार्ग न्यायसंगत और सच्चे हैं।

प्रभु! कौन तुझ पर श्रद्धा और तेरे नाम की स्तुति नहीं करेगा?
क्योंकि तू ही पवित्र है।

सभी राष्ष्ट्र आ कर तेरी आराधना करेंगे,
क्योंकि तेरे न्यायसंगत निर्णय प्रकट हो गये हैं।

अग्र. : युगों के अधिराज, तेरे मार्ग सत्य और न्याययुक्त हैं।


धर्मग्रन्थ-पाठ : रोमियों 8:1-2

जो लोग ईसा मसीह से संयुक्त हैं, उनके लिए अब कोई दण्डाज्ञा नहीं रह गयी है; क्योंकि आत्मा के विधान ने, जो ईसा मसीह द्वारा जीवन प्रदान करता है, मुझ को पाप तथा मृत्यु की अधीनता से मुक्त कर दिया है।

लघु अनुवाक्य:
अगुआ : ख्रीस्त हमारे पापों के लिए बलि चढ़ाये गये, जिससे वह हमें ईश्वर को चढ़ाये।
समूह : ख्रीस्त हमारे पापों के लिए बलि चढ़ाये गये, जिससे वह हमें ईश्वर को चढ़ाये।
• उनका शरीर तो मार डाला गया, किन्तु आत्मा से वह पुनर्जीवित किये गये।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

मरियम गान

अग्र. :हे प्रभु, हमारे पूर्वजों के प्रति अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार तू अपनी दया को स्मरण कर।

"मेरी आत्मा प्रभु का गुणगान करती है,
मेरा मन अपने मुक्तिदाता ईश्वर में आनन्द मनाता है;

क्योंकि उसने अपनी दीन दासी पर कृपादृष्टि की है।
अब से सब पीढ़ियाँ मुझे धन्य कहेंगी;
क्योंकि सर्वशक्तिमान् ने मेरे लिए महान् कार्य किये हैं।
पवित्र है उसका नाम!

उसकी कृपा उसके श्रद्धालु भक्तों पर
पीढ़ी-दर-पीढ़ी बनी रहती है।
उसने अपना बाहुबल प्रदर्शित किया है,
उसने घमण्डियों को तितर-बितर कर दिया है।

उसने शक्तिशालियों को उनके आसनों से गिरा दिया
और दीनों को महान् बना दिया है।
उसने दरिंद्रों को सम्पन्न किया
और धनियों को ख़ाली हाथ लौटा दिया है।

इब्राहीम और उनके वंश के प्रति
अपनी चिरस्थायी दया को स्मरण कर,
उसने हमारे पूर्वजों के प्रति अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार
अपने दास इस्राएल की सुध ली है।"

पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।

अग्र : हे प्रभु, हमारे पूर्वजों के प्रति अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार तू अपनी दया को स्मरण कर।


सामूहिक निवेदन

अगुआ :ईश्वर का प्रेम तब प्रकट हुआ जब उसने अपने एकलौते पुत्र को हमारे पास भेजा, जिससे हम उसके द्वारा जीवन प्राप्त कर सकें। हम ईश्वर को प्रेम कर सकते हैं क्योंकि उसने पहले प्रेम किया। हम प्रार्थना करें ...
समूह : हे प्रभु, सहायता कर कि हम तुझे और एक-दूसरे को प्यार करें।
• येसु ने पश्चात्तापिनी स्त्री के पापों को क्षमा कर दिया क्योंकि उसने बहुत प्यार दिखाया – हम भी तेरी चंगाई का अनुभव करें और सारे दिल से तुझे प्यार करें।
• दीन-हीनों और पश्चत्तापियों पर तू दया-दृष्टि फेरता है – हमारा हृदय दयापूर्वक अपनी ओर फिरा और जो उत्त्म है, उसे करने की हमें कृपा प्रदान कर।
• हमने जो दुख दर्द दूसरों को पहुँचाया है, उसे हम स्वीकार करते हैं – और अपनी लापरवाही और उदासीनता के लिए तुझ से क्षमा माँगते हैं।
• हम तुझसे विनय करते हैं कि तू उन सबकी सुधि ले जो अभी मुसीबत में पडे हैं; तू उन लोगों को एक नया हृदय प्रदान, जिनका न तो ईश्वर पर और न मनुष्य पर कोई विश्वास-भरोसा है; जो सत्य की खोज करते हैं, किन्तु उसे नहीं पा सकते हैं, उनको भी तू संभाल।
• तू उन सबकी याद कर, जिन्होंने अपने जीवन-काल में तुझ पर भरोसा रखा था – अपने पुत्र के दुख-भोग तथा मृत्यु द्वारा उनके सब पापों को क्षमा करने की कृपा कर।

हे हमारे पिता

समापन प्रार्थना

अगुआ : हे शक्ति-संपन्न, दयालु ईश्वर! तेरे इच्छानुसार तेरे पुत्र येसु मसीह ने संसार की मुक्त के लिए दुख भोगा है। तेरी प्रजा अपने को जीवन्त बलि के रूप में तुझे अर्पित करने के लिए सदा प्रयत्नशील रहे और तेरे प्रेम से वह परिपूर्ण हो जाये। हम यह प्रार्थना करते हैं, उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त तेरे पुत्र के द्वारा जो परमेश्वर होकर तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।
समूह : आमेन।
अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।
समूह : आमेन।


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