अपर सन्ध्या-वन्दना

वर्ष का सामान्य रविवार - 8


अगुआ : हे ईश्वर, हमारी सहायता करने आ जा।

समूह : हे प्रभु, हमारी सहायता करने शीघ्र ही आ जा।


अगुआ : पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

समूह : जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।


मंगलगान


धन्यवाद प्रभु तुझको सम्पूर्ण मन से हम देते हैं।
धरा गगन के ईश्वर तेरी स्तुति हम गाते हैं।

स्वर्ग के सभी दूत मिलकर गाते हैं तेरी महिमा-गान,
स्वर्ग में सदा गूँजते हैं स्वर, पावन पावन परिपावन,
हे परम पिता परमेश्वर उध्दारक सुत परमेश्वर,
पावन आत्मा परमेश्वर, करते तेरा जयजयकार।

तेरा शासन हम पर हो, दे दे अपना आशीर्वाद।
आस हमारी तुझ पर है, निशिदिन रहना साथ।
हे परम पिता परमेश्वर उध्दारक सुत परमेश्वर,
पावन आत्मा परमेश्वर, करते तेरा जयजयकार।

अग्र. 1 : सूर्योदय के पहले ही पावन महिमा में, मैंने तुमको उत्पन्न किया है; अल्लेलूया।


स्तोत्र 109:5,7 मसीह राजा और याजक।


प्रभु ने मेरे प्रभु ने कहा: "तुम मेरे दाहिने बैठ जाओ।
मैं तुम्हारे शत्रुओं को तुम्हारा पावदान बना दूँगा।"

ईश्वर सियोन से आपके राज्याधिकार का विस्तार करेगा।
आप दूर तक अपने शत्रुओं के देश पर शासन करेंगे।

आपकी सेना के संघटन के दिन
आपकी प्रजा आपका साथ देगी।

आपके सैनिक सुसज्जित हो कर
प्रभात की ज्योति में ओस की तरह चमकेंगे।

ईश्वर की यह शपथ अपरिवर्तनीय है
"तुम मेलखीसेदेक की तरह सदा पुरोहित बने रहोगे"।

ईश्वर आपके दाहिने विराजमान है।
जिस दिन राजा का क्रोध भड़क उठेगा,
वह अन्य राजाओं को कुचल देंगे।

वह मार्ग में जलस्रोत का पानी पी कर
अपना सिर ऊँचा करेंगे।

अग्र. : सूर्योदय के पहले ही पावन महिमा में, मैंने तुमको उत्पन्न किया है; अल्लेलूया।

अग्र. 2 : धन्य हैं वे, जो धार्मिकता के भूखे और प्यासे हैं; वे तृप्त किये जायेंगे।


स्तोत्र 111 धर्मी मनुष्य की सुख-शान्ति।


धन्य है वह मनुष्य, जो प्रभु पर श्रद्धा रखता
और उसकी आज्ञाओं को हृदय से चाहता है!
उसका वंश पृथ्वी पर फलेगा-फूलेगा;
धर्मियों की सन्तति को आशीर्वाद प्राप्त होगा।

उसका घर भरा-पूरा होगा;
उसकी न्यायप्रियता सदा बनी रहती है।
वह धर्मियों के लिए अन्धकार का प्रकाश है;
वह दयालु, करूणामय और न्यायप्रिय है।

वह तरस खा कर उधार देता
और ईमानदारी से अपना कारबार करता है।
वह सन्मार्ग से कभी नहीं भटकेगा।
उसकी स्मृति सदा बनी रहेगी।

वह विपत्ति के समाचार से नहीं डरेगा,
उसका मन सुदृढ़ है। वह ईश्वर का भरोसा करता है।
वह न तो घबराता और न डरता है;
वह अपने शत्रुओं का डट कर सामना करता है।

वह उदारतापूर्वक दरिद्रों को दान देता है।
उसकी न्यायप्रियता सदा बनी रहती है।
वह सम्मानपूर्वक अपना सिर ऊँचा करता है।

दुष्ट यह देख कर जलता है, वह निराश हो कर दाँत पीसता है।
दुष्टों की अभिलाषाएँ निष्फल होंगी।

अग्र. : धन्य हैं वे, जो धार्मिकता के भूखे और प्यासे हैं; वे तृप्त किये जायेंगे।

अग्र. 3 : ईश्वर के सब सेवकों, उसकी स्तुति करो।


भजन स्तुति प्रकाशना 19:1-2, 5-7



अल्लेलूया!
हमारे ईश्वर को विजय, महिमा और सामर्थ्य,
क्योंकि उसके निर्णय सच्चे और न्याय-संगत हैं। अल्लेलूया!

अल्लेलूया!
तुम सब, जो ईश्वर की सेवा करते हो
और तुम छोटे-बड़े, जो उस पर श्रद्धा रखते हो,
हमारे ईश्वर की स्तुति करो।" अल्लेलूया!

अल्लेलूया!
हमारे सर्वशक्तिमान् प्रभु-ईश्वर ने राज्याधिकार ग्रहण किया है।
हम उल्लसित हो कर आनन्द मनायें
और ईश्वर की महिमा गायें, अल्लेलूया!

अल्लेलूया!
क्योंकि मेमने के विवाहोत्सव का समय आ गया है।
उसकी दुल्हन अपना श्रृंगार कर चुकी है। अल्लेलूया!

अग्र. : ईश्वर के सब सेवकों, उसकी स्तुति करो।


धर्मग्रन्थ-पाठ : इब्रानियों 12:22-24


आप लोग सियोन पर्वत, जीवन्त ईश्वर के नगर, स्वर्गिक येरूसालेम के पास पहुँचे, जहाँ लाखों स्वर्गदूत, स्वर्ग के पहले नागरिकों का आनन्दमय समुदाय, सबों का न्यायकर्ता ईश्वर, धर्मियों की पूर्णता-प्राप्त आत्माएँ और नवीन विधान के मध्यस्थ ईसा विराजमान हैं, जिनका छिड़काया हुआ रक्त हाबिल के रक्त से कहीं अधिक कल्याणकारी है।

लघु अनुवाक्य : हमारा प्रभु महान है, महान है उसका सामर्थ्य।
• उसकी प्रज्ञा अथाह है।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।



मरियम गान


अग्र. : अच्छा पेड़ बुरा फल नहीं दे सकता और न बुरा पेड़ अच्छा फल।

"मेरी आत्मा प्रभु का गुणगान करती है,
मेरा मन अपने मुक्तिदाता ईश्वर में आनन्द मनाता है;

क्योंकि उसने अपनी दीन दासी पर कृपादृष्टि की है।
अब से सब पीढ़ियाँ मुझे धन्य कहेंगी;
क्योंकि सर्वशक्तिमान् ने मेरे लिए महान् कार्य किये हैं।
पवित्र है उसका नाम!

उसकी कृपा उसके श्रद्धालु भक्तों पर
पीढ़ी-दर-पीढ़ी बनी रहती है।
उसने अपना बाहुबल प्रदर्शित किया है,
उसने घमण्डियों को तितर-बितर कर दिया है।

उसने शक्तिशालियों को उनके आसनों से गिरा दिया
और दीनों को महान् बना दिया है।
उसने दरिंद्रों को सम्पन्न किया
और धनियों को ख़ाली हाथ लौटा दिया है।

इब्राहीम और उनके वंश के प्रति
अपनी चिरस्थायी दया को स्मरण कर,
उसने हमारे पूर्वजों के प्रति अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार
अपने दास इस्राएल की सुध ली है।"

पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।


अग्र. : अच्छा पेड़ बुरा फल नहीं दे सकता और न बुरा पेड़ अच्छा फल।

सामूहिक निवेदन


अगुआ : ईश्वर ने सब कुछ को मसीह द्वारा एकता के सूत्र मेम पिरोने के लिए अपनी गूढ़ योजनायें कलीसिया में प्रकट की हैं। आइये प्रार्थना करें कि उसकी इच्छा पूर्ण हो।
समूह : हे पिता, येसु मसीह में सब कुछ को एक बना दे।
• कलिसिया में तेरे पवित्र आत्मा की उपस्थिति और शक्ति के लिए तुझे धन्यवाद देते हैं – हमे एकता की खोज में लगे रहें; इसके लिए एक दिल होकर प्रार्थना करने की प्रेरणा दे।
• हम उन सब के नाम से तुझे धन्यवाद देते हैं जिन का हर एक काम तेरे प्रेम का परिचय देता है – हम उन सब की सेवा करें जिनके बीच रह कर हम जीवन बिताते हैं।
• हे पिता कलीसिया में तेर वचन और संस्कार के परिचारकों के रूप में सेवा करने वालों की देखभाल कर – वे ईश-परिवार के सब लोगों को उस एकता में ले आवें, जिसके लिए तेरे पुत्र ने प्रार्थना की थी।
• तेरी प्रजा महायुध्द और आपसी विद्वेष का अनुभवकर चुकी हैं – वह प्रजा अब उस शान्ति का अनुभव करे, जो तेरे पुत्र हमारे लिए छोड़ गये हैं।
• सब मृतकों की चिर प्रतीक्षा पूरी कर – उन्हें पुनरुत्थान का वह आनन्द प्रदान कर, जब तू सब में सब कुछ हो जायेगा।

हे हमारे पिता ....



समापन प्रार्थना


अगुआ :हे प्रभु, तू अपनी दया के फलस्वरूप मानव के कार्य-कलापों का शान्तिपूर्वक संचालन कर। तेरी कलीसिया चैन-शान्ति में सानन्द तेरी सेवा कर सकें। हम यह निवेदन करते हैं, उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त तेरे पुत्र के द्वारा जो परमेश्वर होकर तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।

समूह : आमेन।

अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।

समूह : आमेन।


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Praise the Lord!