प्रभात वन्दना

वर्ष का सामान्य सप्ताह 1 - बुधवार


अगुआ : प्रभु! हमारे अधरों को खोल दे।

समूह : और हम तेरे नाम का गुणगान करेंगे।


आमंत्रक स्तोत्र

आमन्त्रक अग्र. :आइये, हम दंडवत कर प्रभु की आराधना करें, क्योंकि वही हमारा सृष्टिकर्ता है।


मंगलगान


वर दो! वर दो! वर दो!
हर जन के मन में, हे भगवान
शुभ्र ज्योत्सना भर दे॥

हे जग के पालक, जगत्राता, जग के पूज्य विधाता।
शक्तिमान पर कोमलदाता हर दिल कोमल कर दो॥
वर दो! वर दो! वर दो!

हे भगवान! हे जग के नायक! यश वीणा पर हम सब गाते।
अपने अनन्त प्रेम स्रोत से हर कण सिंचित कर दो॥
वर दो! वर दो! वर दो!

शान्तिदूत! भगवान! हे त्राता! व्याकुल धरा, तिमिर है।
शान्ति हेतु, हे विश्व विजेता! पथ आलोकित कर दो।
वर दो! वर दो! वर दो!

अग्र. 1 : प्रभु, तेरे ही ज्योति में हम ज्योति देखते हैं।


स्तोत्र 35 पापी की दुष्टता और प्रभु की दयालुता।


दुष्ट के हृदय में पाप बोलता है,
उसके हृदय में ईश्वर की श्रद्धा नहीं।
वह अपने को धोखा देता है,
और अपना दोष स्वीकार करना नहीं चाहता।

वह पाप और कपट की बातें ही करता है;
वह भलाई का बोध खो चुका है।
वह अपनी शय्या पर पाप की योजना बनाता है,
उसने कुमार्ग पर चलने का संकल्प किया है,
वह बुराई से घृणा नहीं करता।

प्रभु! तेरा प्रेम स्वर्ग तक फैला हुआ है,
आकाश की तरह ऊँची है तेरी सत्यप्रतिज्ञता
ऊँचे पर्वतों के सदृश है तेरा न्याय,
अथाह समुद्र के सदृश तेरे निर्णय।

प्रभु! तू मनुष्यों और पशुओं की रक्षा करता है।
ईश्वर! कितनी अपार है तेरी सत्यप्रतिज्ञता।
मनुष्यों को तेरे पंखों की छाया में शरण मिलती है।

तू उन्हें अपने घर के उत्तम व्यंजनों से तृप्त करता
और अपने आनन्द की नदी का जल पिलाता है।
तू ही जीवन का स्रोत है,
तेरी ही ज्योति में हम ज्योति देखते हैं।

अपने भक्तों के प्रति अपना प्रेम
और धर्मियों के प्रति अपनी न्यायप्रियता बनाये रख।
घमण्डी का पैर मुझे नहीं रौंदे;
दुष्टों का हाथ मुझे घर से न निकाले।

देखो! कुकर्मियों का पतन हो गया है,
वे इस प्रकार पछाड़े गये कि उठ नहीं सकते।

अग्र. प्रभु, तेरे ही ज्योति में हम ज्योति देखते हैं।

अग्र. 2 : प्रभु, तू महान है, तू महिमान्वित है; तू अतीव शक्तिशाली है।


भजन स्तुति : यूदीत 16:1-2, 13-15


डफली बजाते हुये मेरे ईश्वर के आदर में भजन गाओ,
झाँझ बजाते हुए ईश्वर के आदर में गीत गाओ,
उसके लिए स्तुति के भजन की रचना करो,
उसका नाम लेते हुए यशोगान करो।
क्योंकि प्रभु युद्ध समाप्त करने वाला ईश्वर है।

हम अपने ईश्वर के आदर में नया गीत गायें।
प्रभु! तू महान् और महिमान्वित है,
तेरा सामर्थ्य आश्चर्यजनक और अद्वितीय है।

समस्त सृष्टि तेरी सेवा करे,
क्योंकि तेरे शब्द-मात्र से सब कुछ अस्तित्व में आया है।
तूने अपना आत्मा भेजा है और सब कुछ बन गया है।
कोई भी तेरी वाणी का विरोध नहीं कर सकता।

समुद्र और पर्वतों के आधार हिल जायेंगे,
तेरे आगमन पर चट्टानें मोम की तरह पिघल जायेंगी,
परन्तु जो तुझ पर श्रद्धा रखते हैं, तू उन पर दया करेगा।

अग्र. : प्रभु, तू महान है, तू महिमान्वित है; तू अतीव शक्तिशाली है।

अग्र. 3 : हर्षोल्लास में ईश्वर का जयजयकार करो।


स्तोत्र 46 प्रभु सार्वभौम राजा है।


सभी राष्ट्रों! तालियाँ बजाओ
और उल्लसित हो कर ईश्वर का जयकार करो;
क्योंकि वह प्रभु है, सर्वोच्च है, आराध्य है।
वह समस्त पृथ्वी का महान् राजा है।

वह अन्य देशों को हमारे अधीन करता है,
वह अन्य राष्ट्रों को हमारे पैरों तले रखता है।
वह हमें वह विरासत प्रदान करता है,
जिस पर उसके कृपापात्र याकूब को गौरव था।

ईश्वर जयकार के साथ आगे बढ़ता है।
वह तुरही के घोष के साथ आगे बढ़ता है।
हमारे ईश्वर के आदर में भजन गाओ,
हमारे राजा के आदर में भजन गाओ।

ईश्वर समस्त पृथ्वी का राजा है।
उसके आदर में शिक्षा-गीत सुनाओ।
ईश्वर सभी राष्ट्रों पर राज्य करता है।
वह अपने सिंहासन पर विराजमान है।

अन्य राष्ट्रों के शासक
इब्राहीम के ईश्वर की प्रजा से मेल करते हैं।
पृथ्वी के शासक ईश्वर के अधीन है।
ईश्वर सबों पर राज्य करता है।

अग्र. : हर्षोल्लास में ईश्वर का जयजयकार करो।


धर्मग्रन्थ-पाठ :टोबीत 4:16-17, 19-20


तुम्हें जो बात अप्रिय है, उसे किसी दूसरे के साथ नहीं करोगे। तुम अपनी रोटी में से भूखों को खिलाओगे और अपने कपड़ों में से नंगों को पहनाओगे। जो समझदार है, उस से सलाह लोगे। हर समय प्रभु को धन्य कहोगे, जिससे वह तुम्हें सन्मार्ग पर ले चले और तुम्हें सद्बुद्धि आये।

लघु अनुवाक्य :
अगुआ : हे ईश्वर, मेरा हृदय तेरी ओर झुका दे।
समूह : हे ईश्वर, मेरा हृदय तेरी ओर झुका दे।
• अपने वचन द्वारा मुझे जीवन दे।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।


ज़ाकरी गान

अग्र. :हे प्रभु अपनी दया हमें प्रदर्शित कर, अपने पावन व्यवस्थान का स्मरण कर।

धन्य है प्रभु, इस्राएल का ईश्वर!
उसने अपनी प्रजा की सुध ली है
और उसका उद्धार किया है।
उसने अपने दास दाऊद के वंश में
हमारे लिए एक शक्तिशाली मुक्तिदाता उत्पन्न किया है।

वह अपने पवित्र नबियों के मुख से
प्राचीन काल से यह कहता आया है
कि वह शत्रुओं और सब बैरियों के हाथ से हमें छुड़ायेगा
और अपने पवित्र विधान को स्मरण कर
हमारे पूर्वजों पर दया करेगा।

उसने शपथ खा कर हमारे पिता इब्राहीम से कहा था
कि वह हम को शत्रुओं के हाथ से मुक्त करेगा,
जिससे हम निर्भयता, पवित्रता और धार्मिकता से
जीवन भर उसके सम्मुख उसकी सेवा कर सकें।

बालक! तू सर्वोच्च ईश्वर का नबी कहलायेगा,
क्योंकि प्रभु का मार्ग तैयार करने
और उसकी प्रजा को उस मुक्ति का ज्ञान कराने के लिए,
जो पापों की क्षमा द्वारा उसे मिलने वाली है,
तू प्रभु का अग्रदूत बनेगा।

हमारे ईश्वर की प्रेमपूर्ण दया से
हमें स्वर्ग से प्रकाश प्राप्त हुआ है,
जिससे वह अन्धकार और मृत्यु की छाया में बैठने वालों को ज्योति प्रदान करे
और हमारे चरणों को शान्ति-पथ पर अग्रसर करे।"

पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।

अग्र. : हे प्रभु अपनी दया हमें प्रदर्शित कर, अपने पावन व्यवस्थान का स्मरण कर।


सामूहिक निवेदन

अगुआ : हम प्रभु येसु का धन्यवाद करते और उनका यशोगान करते हैं क्योंकि हमें भाई कहने से उन्होंने लज्जा महसूस नहीं की।
समूह : हे प्रभु येसु, हम तेरे भाई-बहनें हैं।
• हमारी सहायता कर कि हम पास्का-रहस्य का नवजीवन जी सकें – जिससे लोग हमें देख कर तेरा अपार प्रेम पहचान सकें।
• जीवन का हर दिन तेरे प्रेम का प्रमाण है। जैसे तू हमें नये दिन की ओर ला रहा है – हमें मन एवं हृदय की नवीनता भी प्रदान कर।
• हमें सिखा कि प्रत्येक व्यक्ति में हम तेरा प्रतिरूप देख सकें – विशेषत: हम दीन-दुखियों में तुझे पहचान सकें।
• आज हमारा जीवन तेरे करूणा-भाव से भर जाये – हमें क्षमाशीलता एवं उदार हृदय प्रदान कर।

हे हमारे पिता ....



समापन प्रार्थना


अगुआ :हे ईश्वर, हमारे मुक्तिदाता, बपतिस्मा की कृपा द्वारा तूने हमें ज्योति की संतान बनाया है। हमारी प्रार्थना सुनने की कृपा कर, हम सदा उस ज्योति में चलते रहें और लोगों के सामने सत्य के सच्चे सेवक साबित हों। हम यह निवेदन करते हैं, उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त तेरे पुत्र के द्वारा जो परमेश्वर होकर तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।

समूह : आमेन।

अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।

समूह : आमेन।


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Praise the Lord!