प्रभात वन्दना

वर्ष का सामान्य सप्ताह 1 - शनिवार


अगुआ : प्रभु! हमारे अधरों को खोल दे।

समूह : और हम तेरे नाम का गुणगान करेंगे।


आमंत्रक स्तोत्र

आमन्त्रक अग्र. :पृथ्वी और उसकी समस्त वस्तुयें प्रभु की हैं; आइये, हम उसकी आराधना करें।


मंगलगान


जिस ज्योति से जीवन-दीप जला, उस पर तन-मन बलिदान करें।
उस लौ में लय हो जाने का, नित नव-नूतन अभियान करें।

हो मन में हमारे प्रेम-अगन, उससे मिलने की तीव्र लगन।
उस रूप-राशि के चरणों का हर पल अभिनन्दन ध्यान धरें।

जब कोई न अपना सहारा हो और लम्बी डगर अँधियारा हो।
उस क्षण प्रभु –प्रेम की एक किरण नव मार्ग-प्रकाश प्रदान करे॥

हे जगत के त्राता ध्यान करो जीवन-नैया को पार करो,
भर दो हम में ऐसी शक्ति पर दुख में अर्पित प्राण करें॥

अग्र. 1 : मेरी आँखें भोर से पहले से तेरे लिए बिछाई हुई हैं।


स्तोत्र 118:145-152

प्रभु! मैंने सारे हृदय से तुझे पुकारा, मेरी सुन।
मैं तेरी संहिता का पालन करूँगा।
मैंने तेरी दुहाई दी, मेरा उद्धार कर
और मैं तेरे आदेशों का पालन करूँगा।

मैं भोर से पहले तुझे पुकारता हूँ।
मुझे तेरी प्रतिज्ञा का भरोसा है।
तेरी शिक्षा का मनन करने के लिए
मेरी आँखें रात के पहरों में खुली रहीं।

अपनी सत्यप्रतिज्ञता के अनुरूप मेरी सुन।
प्रभु! अपने निर्णय के अनुसार मुझे नवजीवन दे।
तेरी संहिता की उपेक्षा करने वाले
दुष्ट अत्याचारी मेरे निकट आ रहे हैं।

प्रभु! तू भी तो निकट है।
तेरी सब आज्ञाएँ विश्वसनीय हैं।
मैं बहुत पहले से यह जानता हूँ
कि तूने सदा के लिए अपनी शिक्षा स्थापित की है।

अग्र. : मेरी आँखें भोर से पहले से तेरे लिए बिछाई हुई हैं।

अग्र. 2 : प्रभु मेरा शक्तिशाली रक्षक है, वही मेरा उध्दारक है; मैं उसका गुणगान करूँगा।


भजन स्तुति : निर्गमन 15:1-4, 8-13, 17-18

मैं प्रभु का गुणगान करना चाहता हूँ।
उसने अपनी महिमा प्रकट की है
उसने घोड़े के साथ घुड़सवार को समुद्र में फेंक दिया है।

प्रभु मेरा शक्तिशाली रक्षक है। उसने मेरा उध्दार किया है।
मैं अपने ईश्वर की महिमा गाऊँगा।
अपने पिता के ईश्वर की स्तुति करूँगा।
प्रभु महान् योद्धा है। प्रभु ही उसका नाम है।

उसने फिराउन के रथ और उसकी सेना की सागर में फेंक दिया है।
तेरी एक ही साँस में पानी थम गया।
जलधारा दीवार की तरह खडी हो गयी
और समुद्र की लहरें बर्फ़ की तरह जम गयीं।

शत्रु ने कहा, ''मैं उनका पीछा करूँगा
और उन्हें पकड़ लूँगा।
मैं लूट का माल बाँट कर तृप्त हो जाऊँगा।
मैं तलवार खींच कर उनका सर्वनाश करूँगा।

तूने साँस फूँक कर उन्हें समुद्र से ढक दिया।
वे सीसे की तरह गहरे पानी में डूब गये।

प्रभु! देवताओं में तेरे सदृश कौन है? तेरे सदृश कौन है?
तेरी पवित्रता देदीप्यमान,
तेरे कार्य महान्‍ और विस्मयकारी हैं।

तूने दाहिना हाथ पसारा और पृथ्वी उन्हें निगल गयी।
जिस प्रजा का तूने उद्धार किया था,
उसका तू निष्ठापूर्वक पथप्रदर्शन करता रहा।
तू उसे अपने सामर्थ्य से अपने पवित्र निवास की ओर ले चला।

तू अपनी प्रजा को ले जा कर अपने पर्वत पर बसाता है,
उस स्थान पर, जिसे तूने अपने निवास के लिए चुना है,
उस मन्दिर के पास, जिसे तूने अपने हाथों से बनाया है।
प्रभु अनन्त काल तक राज्य करता रहेगा।''

अग्र. : प्रभु मेरा शक्तिशाली रक्षक है, वही मेरा उध्दारक है; मैं उसका गुणगान करूँगा।

अग्र. 3 : समस्त राष्ट्रों, प्रभु की महिमा गाओ।


स्तोत्र 116 दयासागर प्रभु की स्तुति।

समस्त जातियों! प्रभु की स्तुति करो
समस्त राष्ट्रों! उसकी महिमा गाओ;
क्योंकि हमारे प्रति उसका प्रेम समर्थ है।
उसकी सत्यप्रतिज्ञता सदा-सर्वदा बनी रहती है।

अग्र. : समस्त राष्ट्रों, प्रभु की महिमा गाओ।


धर्मग्रन्थ-पाठ : 2 पेत्रुस 1:10-11

इसलिए भाइयो! आप अपना बुलावा और चुनाव सुदृढ़ बनाने का पूरा-पूरा प्रयत्न करते रहें। यदि आप ऐसा करेंगे, तो निश्चित ही कभी विचलित नहीं होंगे और हमारे प्रभु एवं मुक्तिदाता ईसा मसीह के अनन्त राज्य में आपका स्वागत किया जायेगा।

लघु-अनुवाक्य:
अगुआ : हे प्रभु मैंने तुझे पुकारा, तू मुझे शरण देता है।
समूह : हे प्रभु मैंने तुझे पुकारा, तू मुझे शरण देता है।
• जीवितों के देश में तू ही मेरा सर्वस्व है।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

ज़ाकरी गान

अग्र. :हे प्रभु, तू उन्हें अपनी ज्योति प्रदान कर, जो अंधकार और मृत्यु की छाया में बैठे हैं।

धन्य है प्रभु, इस्राएल का ईश्वर!
उसने अपनी प्रजा की सुध ली है
और उसका उद्धार किया है।
उसने अपने दास दाऊद के वंश में
हमारे लिए एक शक्तिशाली मुक्तिदाता उत्पन्न किया है।

वह अपने पवित्र नबियों के मुख से
प्राचीन काल से यह कहता आया है
कि वह शत्रुओं और सब बैरियों के हाथ से हमें छुड़ायेगा
और अपने पवित्र विधान को स्मरण कर
हमारे पूर्वजों पर दया करेगा।

उसने शपथ खा कर हमारे पिता इब्राहीम से कहा था
कि वह हम को शत्रुओं के हाथ से मुक्त करेगा,
जिससे हम निर्भयता, पवित्रता और धार्मिकता से
जीवन भर उसके सम्मुख उसकी सेवा कर सकें।

बालक! तू सर्वोच्च ईश्वर का नबी कहलायेगा,
क्योंकि प्रभु का मार्ग तैयार करने
और उसकी प्रजा को उस मुक्ति का ज्ञान कराने के लिए,
जो पापों की क्षमा द्वारा उसे मिलने वाली है,
तू प्रभु का अग्रदूत बनेगा।

हमारे ईश्वर की प्रेमपूर्ण दया से
हमें स्वर्ग से प्रकाश प्राप्त हुआ है,
जिससे वह अन्धकार और मृत्यु की छाया में बैठने वालों को ज्योति प्रदान करे
और हमारे चरणों को शान्ति-पथ पर अग्रसर करे।"

पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो
जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन।

अग्र. : हे प्रभु, तू उन्हें अपनी ज्योति प्रदान कर, जो अंधकार और मृत्यु की छाया में बैठे हैं।


सामूहिक निवेदन

अगुआ :हमें ईश्वर की सन्तान बनाने के लिए येसु मसीह मनुष्य बने। वह पिता ईश्वर से हमारे लिए निवेदन करते हैं। उसकी इस दया के लिए धन्यवाद देते हुए हम निवेदन करें।
समूह : हमारे लिए अपने प्रेम का भण्डार खोल दे।
• तूने बपतिस्मा में हमें आलोकित किया – हम अपना यह दिन तुझे चढ़ाते हैं।
• तेरी प्रशंसा के भाव से आज हमें भर दे – हम जहाँ कहीं जायें, अपने साथ तेरे वचन लिए जायें।
• माता मरियम की तरह हम तेरे वचनों के अनुसार चलें – तेरे वचन हमारे लिए फलप्रद सिध्द हों।
• विकट स्थिति में हमें धीरज दे – तुझ पर हमारा विश्वास दृढ़ हो, तेरी प्रतिज्ञाओम पर हमारा भरोसा अटल रहे और प्रेम भरे दिल से हम तेरी इच्छा पूरी करें।

हे हमारे पिता ....



समापन प्रार्थना


अगुआ :हे प्रभु, पुनरुत्थान के वैभव का तेज हमारे मन और हृदय को अलोकित करे, मृत्यु की सारी परछाइयाँ दूर भगा दे और हमें शाश्वत ज्योति में ले चल। हम यह प्रार्थना करते हैं, उन्हीं हमारे प्रभु येसु ख्रीस्त तेरे पुत्र के द्वारा जो परमेश्वर होकर तेरे तथा पवित्र आत्मा के साथ युगानुयुग जीते और राज्य करते हैं।

समूह : आमेन।

अगुआ : प्रभु हमको आशीर्वाद दे, हर बुराई से हमारी रक्षा करे और हमें अनन्त जीवन तक ले चले।

समूह : आमेन।


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Praise the Lord!