रात्रि-वन्दना

शुक्रवार

प्रारंभिक प्रार्थना

अगुआ : हे ईश्वर, हमारी सहायता करने आ जा।
समूह : हे प्रभु! हमारी सहायता करने शीघ्र ही आ जा।
अगुआ : पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।
समूह : जैसे वह आदि में थी, अब है और अनन्त काल तक। आमेन। (अल्लेलूया)

(अंतकरण की जाँच)


मंगलगान

अग्र. 1 : प्रभु! मैं दिन में तेरी दुहाई देता हूँ, मैं रात को तुझे पुकारता हूँ।

पास्काकाल : अल्लेलूया, अल्लेलूया, अल्लेलूया।


स्तोत्र 87 घोर संकट में प्रार्थना।


प्रभु! मेरे मुक्तिदाता ईश्वर!
मैं दिन-रात तुझे पुकारता हूँ।
मेरी प्रार्थना तेरे पास पहुँचे।
मेरी दुहाई पर ध्यान देने की कृपा कर।

मैं कष्टों से घिरा हुआ हूँ।
मैं अधोलोक के द्वार पर पहुँचा हूँ।
लोग मेरी गिनती मरने वालों में करते हैं;
मेरी सारी शक्ति शेष हो गयी है।

मैं मृतकों में एक-जैसा हो गया हूँ,
उन लोगों के सदृश, जो कब्र में पड़े हुए हैं,
जिन्हें तू याद नहीं करता,
जिनकी तू देखरेख नहीं करता।

तूने मुझे गहरे गर्त में,
अन्धकारमय गहराइयों में डाल दिया है।
तेरे क्रोध का भार मुझे दबाता है,
उसकी लहरें मुझे डुबा ले जाती हैं।

तूने मेरे मित्रों को मुझ से दूर कर दिया
और मुझे उनके दृष्टि में घृणित बना दिया।
मैं बन्दी हूँ और भाग नहीं सकता।
मेरी आँखें दुख के कारण धुँधली पड़ गयी है।

प्रभु! मैं दिन भर तुझे पुकारता हूँ।
मैं तेरे आगे हाथ पसारे रहता हूँ।
क्या तू मृतकों के लिए चमत्कार दिखायेगा?
क्या मृतक उठ कर तेरी स्तुति करेंगे?
क्या कब्र में तेरे प्रेम की चरचा होती है?

अधोलोक में तेरी सत्यप्रतिज्ञता का बखान होता है?
क्या मृत्यु की छाया में लोग तेरे चमत्कार,
विस्मृति के देश में तेरी न्यायप्रियता जानते हैं?

प्रभु! मैं तुझे पुकारता हूँ।
प्रातःकाल मेरी प्रार्थना तेरे पास पहुँचती है।
प्रभु! तू मेरा त्याग क्यों करता है?
तू मुझ से अपना मुख क्यों छिपाता है?

मैं अभागा हूँ, बचपन से प्राणपीड़ा सहता हूँ।
तुझ से आतंकित हो कर निष्क्रिय हूँ।
मैं तेरे प्रकोप के व्याघात सहता रहा;
तेरी विभीशिकाओं ने मेरा विनाश किया है।

मैं जीवनभर उन से जल की बाढ़ की तरह घिरा रहा;
उन्होंने मुझे चारों ओर से घेर लिया है।
तूने मेरे साथियों और मित्रों को मुझ से दूर किया है।
अन्धकार ही मेरा एकमात्र आत्मीय है।

अग्र. : प्रभु! मैं दिन में तेरी दुहाई देता हूँ, मैं रात को तुझे पुकारता हूँ।

पास्काकाल : अल्लेलूया, अल्लेलूया, अल्लेलूया।


धर्मग्रन्थ-पाठ : यिरमियाह 14:9

प्रभु! तू हमारे बीच है। हम तेरे ही कहलाते हैं। हमारे प्रभु-ईश्वर! तू हमारा त्याग नहीं कर।

लघु अनुवाक्य
अगुआ : प्रभु! मैं अपनी आत्मा को तेरे हाथों सौंप देता हूँ।
समूह : प्रभु! मैं अपनी आत्मा को तेरे हाथों सौंप देता हूँ।
• सत्य के प्रभु ईश्वर! टुने हमारा उध्दार किया है।
• पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो।

अग्र. : प्रभु! जागते समय हमारी रक्षा कर, सोते समय हमें सुरक्षित रख, जिससे हम मसीह के साथ जागते रहें और शान्तिपूर्ण विश्राम करें। (अल्लेलूया)

सिमेयोनी गान

प्रभु! अब तू अपने वचन के अनुसार
अपने दास को शान्तिपूर्वक विदा कर;

क्योंकि मेरी आँखों ने उस मुक्ति को देखा है,
जिसे टुने सब राष्ट्रों के लिए प्रस्तुत किया है,

यह गैर-यहूदियों के प्रबोधन के लिए ज्योति है
और तेरी प्रजा इस्राएल का गौरव।


अग्र. : प्रभु! जागते समय हमारी रक्षा कर, सोते समय हमें सुरक्षित रख, जिससे हम मसीह के साथ जागते रहें और शान्तिपूर्ण विश्राम करें। (अल्लेलूया)

समापन प्रार्थना

अगुआ :सर्वशक्तिमान ईश्वर! तेरे एकमात्र पुत्र, दफ़नाये जाने के बाद, जी उठे! हमें इस प्रकार के विश्वास द्वारा उनसे संयुक्त होकर जीवन बिताने की कृपा प्रदान कर, जिससे हम भी उनके साथ पुनरुत्थान के सहभागी बनें, तू युगानुयुग जीता और राज्य करता है।
समूह : आमेन।

अगुआ: सर्वशक्तिमान प्रभु हमें शान्तिपूर्ण रात्रि और सुखद अन्तगति प्रदान करे।
समूह : आमेन।

मरिया कीर्तन


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Praise the Lord!