परिवार की आशिष

(पास्का काल में )


पुरोहित : पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर।

सब : आमेन।

पुरोहित : पिता ईश्वर और हमारे प्रभु येसु ख़ीस्त से आप लोगों को कृपा और शान्ति मिले ।

सब : और आपको भी ।

पुरोहित : पुरोहित / उपयाजक आप लोगों के लिए शांति और आनन्द लेकर आते हैं क्योंकि वे स्वयं येसु ख्रीस्त के नाम से इस घर में प्रवेश करते हैं। तब वे आप सब को ईश-वचन के माध्यम से शिक्षित करते और संपूर्ण कलीसिया के साथ आप लोगों के लिए निवेदन चढाते हैं। अत: आइये, आप लोग अपने को तैयार करें कि आप इस धर्मविधि में प्रभु ख्रीस्त के वचन को समझ सकें और पवित्र आत्मा की प्रेरणा परख सकें ।

सन्त मत्ती के अनुसार पवित्र सुसमाचार (7, 24-28 )
उस समय येसु ने कहा, “जो मेरी ये बातें सुनता और उन पर चलता है, वह उस समझदार मनुष्य के सदृश है, जिसने चट्टान पर अपना घर बनवाया था। पानी बरसा, नदियों में बाढ आयी, आँधियाँ चलीं और उस घर से टकरायीं । तब भी वह घर नहीं ढहा, क्योंकि उसकी नींव चट्टान पर डाली गई थी। जो मेरी ये बातें सुनता है, किन्तु उन पर नहीं चलता, वह उस मूर्ख के सदृश है, जिस ने बालू पर अपना घर बनवाया । पानी बरसा, नदियों में बाढ़ आयी, आँधियाँ चलीं और उस घर से टकरायीं । वह घर ढह गया और उसका सर्वनाश हो गया ।”' जब येसु का यह उपदेश समाप्त हुआ, तो लोग उनकी शिक्षा पर आश्चर्यचकित थे, क्योंकि वह उनके शास्त्रियों की तरह नहीं, बल्कि अधिकार के साथ शिक्षा देते थे ।

प्रभु का सुसमाचार।

सब : हे खीस्त, तेरी स्तुति हो!


(पुरोहित इस अवसर पर पवित्र वचन पर आधारित प्रवचन दे सकते हैं)


विश्वासियों के निवेदन


पुरोहित : प्रिय भाइयो और बहनो, हम पास्का के आनन्द से सराबोर हैं। आइये हम पवित्र आत्मा से प्रेरणा पाकर पुनर्जीवित प्रभु के पास अपने निवेदन पेश करें, जिन्हें ईश्वर पिता ने हमारे पारिवारिक जीवन का स्रोत और आधार बना दिया है।

सब : प्रभु, हमारे साथ रह जा।
* हे प्रभु येसु, पुनरुत्थान के बाद तूने अपने शिष्यों को दर्शन दिया और उन्हें शान्तिमय आनन्द से भर दिया। कृपा कर कि इस परिवार में तेरी चिरस्थायी उपस्थिति और अबाधित शांति मिलती रहे ।
* हे प्रभु येसु, क्रूस पर क्रूर मृत्यु के बाद ईश्वर पिता ने तुझको मृतकों में से जिला कर नवजीवन की महिमा प्रदान की है। उसी तरह इस परिवार के सदस्यों को दैनिक कष्टमय जीवन के बावजूद प्रेमसूत्र में एक बने रहने का आशीर्वाद दे ।
* हे प्रभु येसु, शिष्यों के साथ रोटी तोड़ते समय तूने उन्हें अपना पुनर्जीवित शरीर पहचानने को शक्ति दी। ऐसी कृपा कर कि इस परिवार के सदस्य भी पवित्र यूखरिस्त में भाग लेते हुए तुझमें विश्वास करें तथा तेरे प्रेम का साक्ष्य अपने अतिथियों व पड़ोसियों को दे सकें ।
* हे प्रभु येसु, ब्यारी की कोठरी में एकत्र अपने शिष्यों को तूने पवित्र आत्मा के सामर्थ्य से भर दिया। इस परिवार में रहने वालों को भी उसी पवित्र आत्मा के वरदान द्वारा शांति और आनन्द से परिपूर्ण कर दे ।

पुरोहित : अब हम पिता ईश्वर से प्रार्थना करें, जैसे प्रभु येसु ने हमें सिखाया है : हे हमारे पिता ....

आशिष की प्रार्थना

पुरोहित : हम प्रार्थना करें।

धन्य है तू, प्रभु ईश्वर! प्राचीन काल में तूने उन इस्राएलियों की रक्षा की जिनके घर में मेमने का रक्त विलेपित था। समय पूरा होने पर तूने हमारे लिए तेरे पुत्र येसु, पास्का का सच्चा मेमना, प्रदान किया है। वे हमारे लिए क्रूसित हुए और मरकर जी उठे कि हम भी उनकी तरह नवजीवन प्राप्त करें। हमारी विनय है कि तू अपने विश्वासियों को शत्रु की हर परीक्षा में गिरने से बचा और पवित्रात्मा की अगुवाई प्रदान कर। इस परिवार वालों और उनके घर को भी आशिष प्रदान कर कि यहाँ रहने वालों के बीच परस्पर प्रेम का भाव बना रहे ।


सब : आमेन।


पुरोहित : जब हम इस घर में और आपलोगों में भी पवित्र जल का छिड़काव करेंगे, तब आप अपनी बपतिस्मा की याद कीजिए कि कैसे प्रभु येसु खीस्त ने आपलोगों को अपने दुःखभोग, मृत्यु और पुनरुत्थान द्वारा मुक्त किया है।

सब : आमेन।


(पुरोहित उपस्थित लोगों तथा घर पर पवित्र जल छिड़कते हैं)।



समापन आशिष

पुरोहित : आशिष पाने के लिए सिर झुकाएँ। ईश्वर आप विश्वासियों को पूर्ण आनन्द व आशा से भर दे ।

सब : आमेन।


पुरोहित : पुनर्जीवित प्रभु की खुशी इस घर में सदा राज्य करे !

सब :आमेन ।


पुरोहित : पवित्र आत्मा आपलोगों के मन और दिल को दिव्य ज्योति से आलोकित करे।

सब : आमेन।


Copyright © www.jayesu.com
Praise the Lord!