दुलहन यह कहती है, मैं रात को अपने पलंग पर अपने प्राणप्रिय को ढूँढ़ती रही; मैं उसे ढूँढ़ती रही, किन्तु पाया नहीं। मैं उठ कर नगर का चककर लगाऊँगी, मैं गलियों तथा चौकों में अपने प्राणप्रिय को ढूँढ़गी। मैं उसे ढूँढ़ती रही, किन्तु पाया नहीं। नगर का फेरा लगाने वाले पहरेदार मुझे मिले। क्या आप लोगों ने मेरे प्राणप्रिय को देखा? उन से आगे बढ़ी ही थी कि मैंने अपने प्राणप्रिय को पा लिया।
प्रभु की वाणी।
मसीह का प्रेम हमें प्रेरित करता रहता है; क्योंकि हम यह समझ गये हैं कि जब एक सबों के लिए मर गया है, तो सभी मर गये हैं। मसीह सबों के लिए मर गये हैं, जिससे जो जीवित हैं, वे अब से अपने लिए नहीं, बल्कि उनके लिए जीवन बितायें, जो उनके लिए मर गये और जी उठे हैं। इसलिए हम अब से किसी को भी दुनिया की दृष्टि से नहीं देखते। हमने मसीह को पहले दुनिया की दृष्टि से देखा है, किन्तु अब हम ऐसा नहीं करते। इसका अर्थ यह है कि यदि कोई मसीह के साथ एक हो गया है, तो वह नया मनुष्य बन गया है। पुरानी बातें समाप्त हो गयी हैं और सब कुछ नया हो गया है।
प्रभु की वाणी।
अनुवाक्य : हे प्रभु! मेरे ईश्वर! मेरी आत्मा तेरे लिए तरसती है।
1. हे ईश्वर! तू ही मेरा ईश्वर है। मैं तुझे ढूँढ़ता रहता हूँ। मेरी आत्मा तेरे लिए तरसती है। जल के लिए सूखी सन्तप्त भूमि की तरह मैं तेरे दर्शनों के लिए लालायित हूँ।
2. मैं तेरे पवित्र मंदिर में तेरा सामर्थ्य और तेरी महिमा देखना चाहता हूँ। तेरा प्रेम प्राणों से भी अधिक वांछनीय है। मेरा कंठ तेरी स्तुति करता रहेगा।
3. मैं जीवन भर तुझे धन्य कहूँगा और हाथ जोड़ कर तुझ से प्रार्थना करता रहूँगा। तू मेरी आत्मा को तृप्त कर देता है। मैं उल्लस्त्रित हो कर तेरी महिमा का बखान करता हूँ।
4. तू सदा ही मेरा सहारा रहा है। मैं तेरे पंखों की छाया में सुखी हूँ। मेरी आत्मा तेरे लिए तरसती है। तेरा दाहिना हाथ मुझे सँभालता रहता है।
अल्लेलूया, अल्लेलूया। हे मरियम! हमें बता दो तुमने रास्ते में क्या देखा है? मैंने जीवित मसीह की क़ब्र और पुनर्जीवित की महिमा देखी है। अल्लेलूया!
मरियम मगदलेना सप्ताह के प्रथम दिन, तड़के मुँह अँधेरे ही, क़ब्र के पास पहुँची। उसने देखा कि क़ब्र पर से पत्थर हटा दिया गया है। उसने सिमोन पेत्रुस तथा उस दूसरे शिष्य के पास, जिसे येसु प्यार करते थे, दौड़ती हुई आ कर कहा, "वे प्रभु को क़ब्र में से उठा ले गये और हमें पता नहीं कि उन्होंने उन को कहाँ रख दिया है।" मरियम क़ब्र के पास, बाहर रोती रही। उसने रोते-रोते झुक कर क़ब्र के भीतर दृष्टि डाली और जहाँ येसु का शव रखा हुआ था, वहाँ उजले वस्त्र पहने दो स्वर्गदूतों को बैठा हुआ देखा - एक को सिरहाने और दूसरे को पैताने। दूतों ने उस से कहा, "भद्रे! आप क्यों रोती हैं?" उसने उत्तर दिया, " वे मेरे प्रभु को उठा ले गये और मैं नहीं जानती कि उन्होंने उन को कहाँ रख दिया है।" वह यह कह कर मुड़ी और उसने येसु को वहाँ खड़ा देखा, किन्तु उन्हें नहीं पहचान सकी। येसु ने उस से कहा, "भद्रे! आप क्यों रोती हैं? किसे ढूँढ़ती हैं?" मरियम ने उन्हें माली समझ कर कहा, "महोदय! यदि आप उन्हें उठा ले गये हों, तो मुझे बता दीजिए कि आपने उन्हें कहाँ रख दिया है। और मैं उन्हें ले जाऊँगी।" इस पर येसु ने उस से कहा, "मरियम!” उसने मुड़ कर इब्रानी में उन से कहा, "रब्बोनी", अर्थात् 'गुरुवर'। येसु ने उस से कहा, "चरणों से लिपटी रह कर मुझे मत रोकना; मैं अब तक पिता के पास, ऊपर नहीं गया हूँ। मेरे भाइयों के पास जा कर उन से कहना कि मैं अपने पिता और तुम्हारे पिता, अपने ईश्वर और तुम्हारे ईश्वर के पास ऊपर जा रहा हूँ।" मरियम मगदलेना ने जा कर शिष्यों से कहा कि मैंने प्रभु को देखा है और उन्होंने मुझे यह संदेश दिया है।
प्रभु का सुसमाचार।