एक स्वर्गदूत ने मेरे पास आ कर कहा, "आओ, मैं तुम को मेमने की दुल्हन दिखाऊँगा।" मैं आत्मा से आविष्ट हो गया। और स्वर्गदूत ने मुझे एक विशाल तथा ऊँचे पर्वत पर ले जा कर पवित्र नगर येरुसालेम दिखाया। वह ईश्वर के यहाँ से आकाश में उतर रहा था। वह ईश्वर की महिमा से विभूषित था और बहुमूल्य रत्न तथा उज्ज्वल सूर्यकान्त-मणि की तरह चमकता था। उसके चारों ओर एक बड़ी और ऊँची दीवार थी, जिस में बारह फाटक थे और हर एक फाटक के सामने एक स्वर्गदूत खड़ा था। फाटकों पर इस्राएल के बारह वंशों के नाम अंकित थे। पूर्व की ओर तीन, उत्तर की ओर तीन पश्चिम की ओर तीन और दक्षिण की ओर तीन फाटक थे। नगर की दीवार नींव के बाहर पत्थरों पर खड़ी थी और उन पर मेमने के बारह प्रेरितों के नाम अंकित थे।
प्रभु की वाणी।
अनुवाक्य : तेरे भक्त तेरे राज्य की महिमा गायें और तेरे सामर्थ्य का बखान करें।
1. हे प्रभु! तेरी सारी सृष्टि तेरा धन्यवाद करे, तेरे भक्त तुझे धन्य कहें। वे तेरे राज्य की महिमा गायें और तेरे सामर्थ्य का बखान करें।
2. जिससे सभी मनुष्य तेरे महान् कार्य तथा तेरे राज्य की अपार महिमा जान जायें। तेरे राज्य का कभी अन्त नहीं होगा। तेरा शासन पीढ़ी-दर-पीढ़ी बना रहेगा।
3. प्रभु जो कुछ करता है, अच्छा ही करता है। वह जो कुछ करता है, प्रेम से करता है। वह उन सबों के निकट है, जो उसका नाम लेते हैं, जो सच्चे हृदय से उस से विनती करते हैं।
अल्लेलूया, अल्लेलूया! गुरुवर! आप ईश्वर के पुत्र हैं। आप इस्राएल के राजा हैं। अल्लेलूया!
फ़िलिप नथानाएल से मिला और बोला, "मूसा ने संहिता में और नबियों ने जिनके विषय में लिखा है, वही हमें मिल गये हैं। वह नाज़रेत-निवासी यूसुफ़ के पुत्र येसु हैं।" नथानाएल ने उत्तर दिया, "क्या नाज़रेत से कोई अच्छी चीज़ आ सकती है?" फ़िलिप ने कहा, "आओ और स्वयं देख लो।" येसु ने नथानाएल को अपने पास आते देखा और उसके विषय में कहा, “देखो, यह एक सच्चा इस्राएली है। इस में कोई कपट नहीं।" नथानाएल ने उन से कहा, "आप मुझे कैसे जानते हैं?" येसु ने उत्तर दिया, "फ़िलिप द्वारा तुम्हारे बुलाये जाने से पहले ही मैंने तुम को अंजीर के पेड़ के नीचे देखा।" नथानाएल ने उन से कहा, "गुरुवर! आप ईश्वर के पुत्र हैं, आप इस्स्राएल के राजा हैं।" येसु ने उत्तर दिया, "मैंने तुम से कहा मैंने तुम को अंजीर के पेड़ के नीचे देखा, इसलिए तुम विश्वास करते हो। तुम इस से महान् चमत्कार देखोगे।" येसु ने उस से यह भी कहा, मैं तुम से कहे देता हूँ - तुम स्वर्ग को खुला हुआ और ईश्वर के दूतों को मानव पुत्र के ऊपर उतरते-चढ़ते हुए देखोगे।"
प्रभु का सुसमाचार।