वर्ष का सोलहवाँ सप्ताह, इतवार - वर्ष B

पहला पाठ

यहूदी नेताओं ने ईश्वर की प्रजा को विनाश के लिए छोड़ दिया था। नबी येरेमियस के मुख से ईश्वर कहता है कि मैं स्वयं अपनी भेड़ों की देख-भाल करूँगा। यह भविष्यवाणी येसु मसीह में पूरी हुई।

नबी येरेमियस का ग्रंथ 23:1-6

"मैं स्वयं अपने झुण्ड की बची हुई भेड़ों को इकट्ठा कर लूँगा और उनके लिए चरवाहों को नियुक्त करूँगा।"

प्रभु यह कहता है – “धिक्कार उन चरवाहों को, जो मेरे चरागाह के भेड़ों को नष्ट और तितर-बितर हो जाने देते हैं"। इसलिए प्रभु, इस्स्राएल का ईश्वर अपनी प्रजा को चराने वालों से यह कहता है, "तुम लोगों ने मेरी भेड़ों को भटकने और तितर-बितर हो जाने दिया; तुमने उनकी देख-रेख नहीं की। देखो ! मैं तुम लोगों को तुम्हारे अपराधों का दण्ड दूँगा। इसके बाद मैं स्वयं अपने झुण्ड की बची हुई भेड़ों को उन सभी देशों से एकत्र कर लूँगा, जहाँ मैंने उन्हें बिखेर दिया है; मैं उन्हें उनके अपने मैदान वापस ले चलूँगा और वे फलेंगी फूलेंगी। मैं उनके लिए ऐसे चरवाहों को नियुक्त करूँगा, जो उन्हें सचमुच चरायेंगे। तब उन्हें न तो भय रहेगा, न आतंक और न उन में से एक का भी सर्वनाश होगा"। यह प्रभु की वाणी है। प्रभु यह कहता है - "वे दिन आ रहे हैं, जब मैं दाऊद के लिए एक न्यायी वंशज उत्पन्न करूँगा। वह राजा बन कर बुद्धिमानी से शासन करेगा और अपने देश में न्याय और धार्मिकता स्थापित करेगा। उसके राज्यकाल में यूदा का उद्धार होगा और इस्स्राएल सुरक्षित रहेगा। और उसका यह नाम रखा जायेगा - प्रभु ही हमारी धार्मिकता है"।

प्रभु की वाणी।

भजन : स्तोत्र 22

अनुवाक्य : प्रभु मेरा चरवाहा है। मुझे किसी बात की कमी नहीं।

1. प्रभु मेरा चरवाहा है। मुझे किसी बात की कमी नहीं। वह मुझे हरे मैदानों में चराता है। वह मुझे विश्राम के लिए जल के निकट ले जा कर मुझ में नवजीवन का संचार करता है।

2. वह अपने नाम का सच्चा है, वह मुझे धर्म-मार्ग पर ले चलता है। चाहे अँधेरी घाटी हो कर जाना ही क्यों न पड़े, मुझे किसी अनिष्ट की आशंका नहीं; क्योंकि तू मेरे साथ रहता है। तेरी लाठी, तेरे डंडे पर मुझे भरोसा है।

3. तू मेरे शत्रुओं के देखते-देखते मेरे लिए खाने की मेज सजाता है तू मेरे सिर पर तेल का विलेपन करता है। तू मेरा प्याला लबालब भर देता है।

4. इस प्रकार तेरी भलाई और तेरी कृपा से मैं जीवन भर घिरा रहता हूँ। प्रभु का मंदिर ही मेरा घर है, मैं उस में अनन्त काल तक निवास करूँगा।

दूसरा पाठ

सन्त पौलुस गैर-यहूदियों के प्रेरित हैं। वह बारम्बार यह दोहराते हैं कि अब यहूदियों और गैर-यहूदियों में कोई भेद नहीं रहा। मसीह ने सबों के लिए अपना रक्त बहा कर सब को एक कर दिया और सब को शांति का संदेश सुनाया।

एफ़ेसियों के नाम सन्त पौलुस का पत्र 2:13-18

"वही हमारी शांति हैं; उन्होंने दोनों को एक कर दिया।"

आप लोग पहले दूर थे, किन्तु येसु मसीह से संयुक्त हो कर आप अब मसीह के रक्त द्वारा निकट आ गये हैं। क्योंकि वही हमारी शांति हैं। उन्होंने यहूदियों और गैर-यहूदियों को एक कर दिया है। दोनों में जो शत्रुता की दीवार थी, उसे उन्होंने गिरा दिया और अपनी मृत्यु द्वारा विधि-निषेधों वाली संहिता को रद्द कर दिया। इस प्रकार उन्होंने यहूदियों तथा गैर-यहूदियों को अपने से मिला कर एक नयी मानवता की सृष्टि की और शांति स्थापित की है। उन्होंने क्रूस द्वारा दोनों का एक ही शरीर में ईश्वर के साथ मेल कराया है और इस प्रकार शत्रुता को नष्ट कर दिया। तब उन्होंने आ कर दोनों को शांति का संदेश सुनाया : आप लोगों को, जो दूर थे और उन लोगों को, जो निकट थे; क्योंकि उनके द्वारा हम दोनों एक ही आत्मा से प्रेरित हो कर पिता के पास पहुँच सकते हैं।

प्रभु की वाणी।

जयघोष

अल्लेलूया, अल्लेलूया ! प्रभु कहते हैं, "मेरी भेड़ें मेरी आवाज़ पहचानती हैं। मैं उन्हें जानता हूँ और वे मेरा अनुसरण करती हैं"। अल्लेलूया !

सुसमाचार

नबी येरेमियस की भविष्यवाणी के अनुसार ईश्वर को अपनी प्रजा की देख-भाल स्वयं करनी थी। यहाँ बताया गया है कि येसु को लोगों पर तरस हो आता था, क्योंकि वे बिना चरवाहे की भेड़ों की तरह थे। इसलिए उन्होंने लोगों को कल्याण की शिक्षा दी और बाद में उनके लिए अपने को क्रूस पर अर्पित किया।

मारकुस के अनुसार पवित्र सुसमाचार 6:30-34

"वे बिना चरवाहे की भेड़ों की तरह थे।"

प्रेरितों ने येसु के पास लौट कर उन्हें बताया कि हम लोगों ने क्या-क्या किया और क्या-क्या सिखलाया है। तब येसु ने उन से कहा, “तुम लोग अकेले ही मेरे साथ किसी निर्जन स्थान चले आओ और थोड़ा विश्राम कर लो"; क्योंकि इतने लोग आया-जाया करते थे कि उन्हें भोजन करने की भी फुरसत नहीं रहती थी। इसलिए वे नाव पर चढ़ कर अकेले ही निर्जन स्थान की ओर चल दिये। उन्हें जाते देख कर बहुत-से लोग समझ गये कि वह कहाँ जा रहे हैं। वे नगर-नगर से निकल कर पैदल ही उधर दौड़ पड़े और उन से पहले ही वहाँ पहुँच गये। येसु ने नाव से उतर कर एक विशाल जनसमूह देखा। उन्हें उन लोगों पर तरस आया, क्योंकि वे बिना चरवाहे की भेड़ों की तरह थे और वह उन्हें बहुत-सी बातों की शिक्षा देने लगे।

प्रभु का सुसमाचार।