वर्ष का तैंतीसवाँ सप्ताह, इतवार - वर्ष C

📕पहला पाठ

नबी मलआकी प्रभु के आगमन के दिन का वर्णन करते हैं। वह मसीह द्वारा घोषित उनके पुनरागमन का दिन है। वह दुष्टों के लिए आग की भाँति असह्य होगा, किन्तु विश्वासियों को सूर्य की भाँति ज्योति प्रदान करेगा।

नबी मलआकी का ग्रंथ 3:19-20

"तुम पर धर्म के सूर्य का उदय होगा।"

वह दिन आ रहा है। वह धधकती भट्ठी के सदृश है। सभी अभिमानी तथा कुकर्मी खूँटियों के सदृश होंगे। विश्वमंडल का प्रभु यह कहता है, "वह दिन उन्हें भस्म कर देगा। उनका न तो डंठल रह जायेगा और न जड़ ही। किन्तु तुम पर, जो मुझ पर श्रद्धा रखते हो, धर्म के सूर्य का उदय होगा और उसकी किरणें तुम्हें स्वास्थ्य प्रदान करेंगी"।

प्रभु की वाणी।

📖भजन : स्तोत्र 97:5-9

अनुवाक्य : प्रभु निष्पक्ष हो कर लोगों का न्याय करेगा।

1. बीणा बजा कर प्रभु के आदर में भजन गा कर सुनाओ। तुरही और नरसिंघा बजा कर अपने प्रभु-ईश्वर का जयकार करो।

2. समुद्र की लहरें गरज उठें पृथ्वी और उसके निवासी जयकार करें, नदियाँ तालियाँ बजायें और पर्वत आनन्दित हो उठें।

3. क्योंकि प्रभु पृथ्वी का न्याय करने आ रहा है। वह न्यायपूर्वक संसार का शासन करेगा। वह निष्पक्ष हो कर लोगों का न्याय करेगा।

📘दूसरा पाठ

सन्त पौलुस धर्मप्रचार के लिए थेसलनीकियों के यहाँ रहते समय अपनी कमाई की रोटी खाते थे। उनके सुनने में आया कि वहाँ कुछ लोग आलस्य का जीवन बिता रहे हैं। अतः वह अपना उदाहरण दे कर ऐसे लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे काम करें।

थेसलनीकियों के नाम सन्त पौलुस का दूसरा पत्र 3:7-12

"जो काम करना नहीं चाहता, उसे भोजन नहीं दिया जाये।”

आप लोगों को मेरा अनुसरण करना चाहिए, आप यह स्वयं जानते हैं। आपके बीच रहते समय हम अकर्मण्य नहीं थे। हमने किसी के यहाँ मुफ्त में रोटी नहीं खायी, बल्कि हम बड़े परिश्रम से रात-दिन काम करते रहे ताकि आप लोगों में से किसी के लिए भी भार न बन जायें। हमें इसका अधिकार नहीं था - ऐसी बात नहीं है, किन्तु हम आपके सामने एक आदर्श रखना चाहते थे, जिसका आप अनुसरण कर सकें। आपके बीच रहते समय हमने आपको यह नियम दिया - जो काम करना नहीं चाहता, उसे भोजन नहीं दिया जाये। अब हमारे सुनने में आता है कि आप में कुछ लोग आलस्य का जीवन बिताते हैं। वे स्वंय काम नहीं करते और दूसरों के काम में बाधा डालते हैं। हम ऐसे लोगों को प्रभु येसु मसीह के नाम पर यह आदेश देते हैं और उन से अनुरोध करते हैं कि वे चुपचाप काम करते रहें और अपनी कमाई की रोटी खायें।

प्रभु की वाणी।

📒जयघोष

अल्लेलूया, अल्लेलूया! जागते रहो और सब समय प्रार्थना करते रहो, जिससे तुम भरोसे के साथ, मानव पुत्र के सामने खड़े होने के योग्य बन जाओ। अल्लेलूया!

📙सुसमाचार

इतिहास इसका साक्ष्य है कि येसु के कितने ही शिष्यों को सताया तथा मार दिया गया। वे इसलिए दृढ़ रहे कि उन्हें येसु की प्रतिज्ञाओं पर पक्का विश्वास था।

लूकस के अनुसार पवित्र सुसमाचार 21:5-19

"अपने धीरज से तुम अपनी आत्माओं को बचा लोगे।”

कुछ लोग मंदिर के विषय में कह रहे थे कि वह सुन्दर पत्थरों और मनौती के उपहारों से सजा हुआ है। इस पर येसु ने कहा, "वे दिन आ रहे हैं, जब जो कुछ तुम देख रहे हो, उसका एक पत्थर भी दूसरे पत्थर पर नहीं पड़ा रहेगा-सब ढा दिया जायेगा"। उन्होंने येसु से पूछा, "गुरुवर! यह कब होगा और किस चिह्न से पता चलेगा कि यह पूरा होने को है? " उन्होंने उत्तर दिया, "सावधान रहो। कोई तुम्हें नहीं बहकाये; क्योंकि बहुत से लोग मेरा नाम ले कर आयेंगे और कहेंगे, 'मैं वही हूँ' और 'वह समय आ गया है'। उनके अनुयायी नहीं बनो। जब तुम युद्धों और क्रांतियों की चर्चा सुनोगे, तो मत घबराना। पहले ऐसा हो जाना अनिवार्य है। परन्तु यही अन्त नहीं है।" तब येसु ने उन से कहा, "राष्ट्र के विरुद्ध राष्ट्र उठ खड़ा होगा और राज्य के विरुद्ध राज्य। भारी भूकंप होंगे; जहाँ-तहाँ महामारी तथा अकाल पड़ेगा। आतंकित करने वाले दृश्य दिखाई देंगे और आकाश में महान् चिह्न प्रकट होंगे। यह सब घटित होने के पूर्व लोग मेरे नाम के कारण तुम पर हाथ डालेंगे, तुम पर अत्याचार करेंगे, तुम्हें सभागृहों तथा बंदीगृहों के हवाले कर देंगे और राजाओं तथा शासकों के सामने खींच ले जायेंगे। यह तुम्हारे लिए साक्ष्य देने का अवसर होगा। अपने मन में निश्चय कर लो कि हम पहले से अपनी सफाई की तैयारी नहीं करेंगे; क्योंकि मैं तुम्हें ऐसी वाणी और बुद्धि प्रदान करूँगा जिसका सामना अथवा खंडन तुम्हारा कोई भी विरोधी नहीं कर सकेगा। तुम्हारे माता-पिता, भाई, कुटुम्बी और मित्र भी तुम्हें पकड़वा देंगे, तुम में से कितनों को मार डाला जायेगा और मेरे नाम के कारण सब लोग तुम से बैर करेंगे। फिर भी तुम्हारे सिर का एक बाल भी बाँका नहीं होगा। अपने धीरज से तुम, अपनी आत्माओं को बचा लोगे।”

प्रभु का सुसमाचार।