वर्ष का चौंतीसवाँ इतवार - वर्ष A - ख्रीस्त राजा का पर्व

📕पहला पाठ

नबी एज़ेकिएल के इस उद्धहरण से यह पता चलता है कि ईश्वर मनुष्यों को कितना प्यार करता है। वह विशेष रूप से पापियों तथा दीन-दुखियों का ध्यान रखता है। उसके प्रेम का सब से बड़ा प्रमाण यह होगा कि वह मनुष्यों के कल्याण के लिए अपना पुत्र संसार में भेजेगा।

नबी एज़ेकिएल का ग्रंथ 34:11-12,15-17

"मैं एक-एक करके सब भेड़ों का न्याय करूँगा।”

प्रभु-ईश्वर यह कहता है, "मैं स्वयं अपनी भेड़ों की सुधि लूँगा और उनकी देख-भाल करूँगा। भेड़ों के भटक जाने पर जिस तरह गड़ेरिया उसका पता लगाने जाता है, उसी तरह मैं अपनी भेड़ें खोजने जाऊँगा । कुहरे और अँधेरे में जहाँ कहीं वे तितर-बितर हो गया हैं, मैं उन्हें वहाँ छुड़ा लाऊँगा। मैं स्वयं अपनी भेड़ें चराऊँगा और उन्हें विश्राम करने की जगह दिखाऊँगा । जो भेड़ें खो गयी हैं, मैं उन्हें खोज निकालूंगा; जो भटक गयी हैं, मैं उन्हें लौटा लाऊँगा; जो घायल हो गयी हैं, उनके घावों पर पट्टी बाँधूंगा, जो बीमार हैं, उन्हें चंगा करूंगा; जो मोटी और भली-चंगी हैं, उनकी देख-रेख करूँगा। मैं उनका सच्चा चरवाहा होऊँगा । हे मेरी भेड़ो ! तुम्हारे विषय में प्रभु-ईश्वर यह कहता है- मैं एक-एक कर के भेड़ों, मेढ़ों और बकरों का सब का न्याय करूँगा ।

प्रभु की वाणी।

📖भजन : स्तोत्र 22:1-3,5-6

अनुवाक्य : प्रभु मेरा चरवाहा है। मुझे किसी बात की कमी नहीं।

1. प्रभु मेरा चरवाहा है। मुझे किसी बात की कमी नहीं। वह मुझे हरे मैदानों में चरा कर मेरे विश्राम का प्रबंध करता है।

2. वह मुझे जल के निकट ले जा कर मुझ में नवजीवन का संचार करता है। वह अपने नाम का सच्चा है, वह मुझे धर्ममार्ग पर ले चलता है।

3. तू मेरे शत्रुओं के देखते-देखते मेरे लिए खाने के मेज़ सजाता है। तू मेरे सिर पर तेल का विलेपन करता है। तू मेरा प्याला लबालब भर देता है। इस प्रकार तेरी भलाई और तेरी कृपा से मैं जीवन भर घिरा रहता हूँ। प्रभु का मंदिर ही मेरा घर है, मैं उस में अनन्तकाल तक निवास करूँगा।

📘दूसरा पाठ

ईश्वर ने मसीह की मृत्यु तथा पुनरुत्थान के बाद उन्हें समस्त सृष्टि का शीर्ष तथा राजा नियुक्त किया है। हम विश्वास तथा बपतिस्मा द्वारा उनके राज्य के सदस्य बन जाते हैं। संसार के अन्त में मसीह अपने राज्य और उसके सदस्यों को पिता-परमेश्वर को सौंप देंगे।

कुरिंथियों के नाम सन्त पौलुस का पहला पत्र 15:20-26,28

"वह पिता-परमेश्वर को राज्य अर्पित करेगा, जिससे वह सब पर पूर्ण शासन करे।”

मसीह मृतकों में से जी उठे हैं। जो लोग मृत्यु में सो गये हैं, उन में से वह सब से पहले जी उठे हैं। चूँकि मृत्यु मनुष्य द्वारा आयी थी, इसलिए मनुष्य द्वारा ही मृतकों का पुनरुत्थान हुआ है। जिस तरह सब मनुष्य आदम में मर जाते हैं, उसी तरह सब मसीह में पुनर्जीवित कर दिये जायेंगे। प्रत्येक अपने क्रम के अनुसार सब से पहले मसीह और बाद में उनके पुनरागमन के समय वे, जो मसीह के बन गये हैं। जब मसीह बुराई की सब शक्तियों को नष्ट करने के बाद अपना राज्य पिता-परमेश्वर को सौंप देंगे, तब अंत आ जायेगा। क्योंकि वह तब तक राज्य करेंगे, जब तक वह अपने सब शत्रुओं को अपने पैरों तले न डाल दें। जब सब कुछ पुत्र के अधीन कर दिया जायेगा, तब पुत्र स्वयं उस ईश्वर के अधीन हो जायेगा, जिसने सब कुछ उसके अधीन कर दिया और इस प्रकार ईश्वर सब पर पूर्ण शासन करेगा।

📒जयघोष

अल्लेलूया, अल्लेलूया! धन्य है वह, जो प्रभु के नाम पर आते हैं। धन्य हैं हमारे पिता दाऊद का आने वाला राज्य। अल्लेलूया!

📙सुसमाचार

अंतिम विचार के दिन मसीह समस्त मानव जाति के राजा तथा सभी मनुष्यों के न्यायकर्त्ता के रूप में प्रकट होंगे। मानव जाति को दो दलों में विभाजन किया जायेगा। एक ओर वे लोग होंगे जो भ्रातृप्रेम के नियम पर चलते रहे, और दूसरी ओर वे लोग जिन्होंने अपने दीन-दुखी भाइयों का ध्यान नहीं रखा है।

मत्ती के अनुसार पवित्र सुसमाचार 25:31-46

"वह अपने महिमामय सिंहासन पर विराजमान हो जायेगा, और लोगों को एक दूसरे से अलग कर देगा।"

येसु ने अपने शिष्यों से कहा, "जब मानव पुत्र सब स्वर्गदूतों के साथ अपनी महिमा सहित आयेगा, तो वह अपने महिमामय सिंहासन पर विराजमान होगा और सभी राष्ट्र उसके सम्मुख एकत्र किये जायेंगे। जिस तरह चरवाहा भेड़ों को बकरियों से अलग कर देता है, उसी तरह वह लोगों को एक दूसरे से अलग कर देगा। वह भेड़ों को अपने दायें और बकरियों को अपने बायें खड़ा कर देगा। "तब राजा अपने दायें के लोगों से कहेंगे, "मेरे पिता के कृपापात्रो! आओ और उस राज्य के अधिकारी बनो, जो संसार के प्रारंभ से तुम लोगों के लिए तैयार किया गया है। क्योंकि मैं भूखा था और तुमने मुझे खिलाया, मैं प्यासा था और तुमने मुझे पिलाया; मैं परदेशी था और तुमने मुझे अपने यहाँ ठहराया; मैं नंगा था और तुमने मुझे पहनाया; मैं बीमार था और तुम मुझ से भेंट करने आये; मैं बन्दी था और तुम मुझ से मिलने आये।' इस पर धर्मी उन से कहेंगे, 'प्रभु! हमने कब आप को भूखा देखा और खिलाया? कब प्यासा देखा और पिलाया? हमने कब आप को परदेशी देखा और अपने यहाँ ठहराया, कब नंगा देखा और पहनाया? कब आप को बीमार अथवा बन्दी देखा और आप से मिलने आये? ' राजा उन्हें यह उत्तर देंगे, 'मैं तुम लोगों से कहे देता हूँ - तुमने मेरे इन भाइयों में से किसी एक के लिए, चाहे वह कितना ही छोटा क्यों न हो, जो कुछ किया, वह तुमने मेरे लिए ही किया। ' “तब वह अपने बायें के लोगों से कहेंगे, 'शापितो! मुझ से दूर हट जाओ। उस अनन्त आग में जाओ, जो शैतान और उसके दूतों के लिए तैयार की गयी है। क्योंकि मैं भूखा था और तुम लोगों ने मुझे नहीं खिलाया; मैं प्यासा था और तुमने मुझे नहीं पिलाया; मैं परदेशी था और तुमने मुझे अपने यहाँ नहीं ठहराया; मैं नंगा था और तुमने मुझे नहीं पहनाया; मैं बीमार और बन्दी था और तुम मुझ से नहीं मिलने आये।' इस पर वे भी उन से पूछेंगे, प्रभु! हमने कब आप को भूखा, प्यासा, परदेशी, नंगा, बीमार या बन्दी देखा और आपकी सेवा नहीं की? ' तब राजा उन्हें यह उत्तर देंगे, 'मैं तुम लोगों से कहे देता हूँ जो कुछ तुमने मेरे छोटे-से-छोटे भाइयों में किसी एक के लिए नहीं किया, वह तुमने मेरे लिए भी नहीं किया।' और वे अनन्त दण्ड भोगने जायेंगे, परन्तु धर्मी अनन्त जीवन में प्रवेश करेंगे।"

प्रभु का सुसमाचार।