वर्ष का पन्द्रहवाँ सप्ताह, बुधवार - वर्ष 1

पहला पाठ

निर्गमन-ग्रन्थ 3:1-6,9-12

"प्रभु का दूत उसे झाड़ी के बीच में से निकलती हुई आग की लपट के रूप में दिखाई दिया।"

मूसा अपने ससुर, मेदियान के बाजक, यित्रो की भेड़ें चराया करता था। वह उन्हें बहुत दूर तक उजाड़ प्रदेश में ले जा कर ईश्वर के पर्वत होरेब के पास पहुँचा। वहाँ उसे झाड़ी के बीच में से निकलती हुई आग की लपट के रूप में प्रभु का दूत दिखाई दिया। उसने देखा कि झाड़ी में तो आग लगी है, किन्तु वह भस्म नहीं हो रही है। मूसा ने मन में कहा कि यह अनोखी बात निकट से देखने जाऊँगा और यह पता लगाऊँगा कि झाड़ी भस्म क्यों नहीं हो रही है। निरीक्षण करने के लिए उसे निकट आते देख कर ईश्वर ने झाड़ी के बीच में से पुकार कर उस से कहा, "मूसा ! मूसा !" उसने उत्तर दिया, "प्रस्तुत हूँ।" ईश्वर ने कहा, "पास मत आओ। पैरों से जूते उतार दो, क्योंकि तुम जहाँ खड़े हो, वह पवित्र भूमि है।" ईश्वर ने फिर उस से कहा, "मैं तुम्हारे पिता का ईश्वर हूँ, इब्राहीम, इसहाक तथा याकूब का ईश्वर।" इस पर मूसा ने अपना मुख ढक लिया; कहीं ऐसा न हो कि वह ईश्वर को देख ले। प्रभु ने कहा, "मैंने इस्राएलियों की पुकार सुनी और उन पर मिस्त्रियों का अत्याचार देखा, इसलिए मैं तुम्हें फिराउन के पास भेजता हूँ। तुम मेरी प्रजा इस्राएल को मिस्त्र देश से बाहर निकाल लाओ।" मूसा ने ईश्वर से कहा, "मैं कौन हूँ, जो फिराउन के पास जाऊँ और इस्राएलियों को मिस्र देश से बाहर निकाल ले जाऊँ?" ईश्वर ने उत्तर दिया, "मैं तुम्हारे साथ रहूँगा। मैंने तुम को भेजा है, तुम्हारे लिए इसका प्रमाण यह होगा कि जब तुम इस्राएल को मिस्त्र से निकाल लाओगे, तो तुम लोग इस पर्वत पर प्रभु की आराधना करोगे।"

प्रभु की वाणी।

भजन : स्तोत्र 102:1-4,6-7

अनुवाक्य : प्रभु दया और अनुकम्पा से परिपूर्ण है।

1. मेरी आत्मा प्रभु को धन्य कहे, मेरा सर्वस्व उसके पवित्र नाम की स्तुति करे। मेरी आत्मा प्रभु को धन्य कहे और उसके वरदानों को कभी नहीं भुलाये।

2. वह मेरे सभी अपराध क्षमा करता और मेरी सारी कमजोरी दूर करता है। वह मुझे सर्वनाश से बचाता और प्रेम तथा अनुकम्पा से सँभालता है।

3. प्रभु न्यायपूर्वक शासन करता और सब पद्दलितों का पक्ष लेता है। उसने मूसा को अपने मार्ग दिखाये और इस्राएल को अपने महान् कार्य।

जयघोष

अल्लेलूया ! हे पिता ! हे स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु! मैं तेरी स्तुति करता हूँ क्योंकि तूने राज्य के रहस्यों को निरे बच्चों के लिए प्रकट किया है। अल्लेलूया।

सुसमाचार

मत्ती के अनुसार पवित्र सुसमाचार 11:25-27

"तूने इन बातों को ज्ञानियों से छिपा कर निरे बच्चों के लिए प्रकट किया है।"

येसु ने यह कहा, "हे पिता ! हे स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु! मैं तेरी स्तुति करता हूँ, क्योंकि तूने इन सब बातों को ज्ञानियों और समझदारों से छिपा कर निरे बच्चों के लिए प्रकट किया है। हाँ, पिता ! यही तुझे अच्छा लगा। मेरे पिता ने मुझे सब कुछ सौंपा है। पिता को छोड़ कर कोई भी पुत्र को नहीं जानता। इसी तरह पिता को कोई भी नहीं जानता, केवल पुत्र जानता है और वही, जिसके लिए पुत्र उसे प्रकट करने की कृपा करे।"

प्रभु का सुसमाचार।