वर्ष का सोलहवाँ सप्ताह, मंगलवार - वर्ष 1

पहला पाठ

निर्गमन-ग्रन्थ 14:21-15:1

"इस्त्राएली सागर के बीच में सूखी भूमि पर आगे बढ़ने लगे।"

मूसा ने सागर के ऊपर हाथ बढ़ाया और प्रभु ने रात भर पूर्व की ओर जोरों की हवा भेज कर सागर को पीछे हटा दिया। सागर दो भागों में बँट कर बीच में सूख गया। इस्स्राएली सागर के बीच में सूखी भूमि पर आगे बढ़ने लगे; पानी उनके दायें और बायें दीवार बन कर ठहर गया। मिस्त्री उनका पीछा करते थे। फिराउन के सब घोड़े, उसके रथ और उसके घुड़सवार, सागर की तह पर उनके पीछे चलते थे। रात के पिछले पहर, प्रभु ने आग और बादल के खंभे में से मिस्त्रियों की सेना की ओर देखा और उसे तितर-बितर कर दिया। रथों के पहिये निकल कर अलग हो जाते थे और वे कठिनाई से आगे बढ़ पाते थे। तब मिस्त्री कहने लगे, “हम इस्राएलियों से भाग जायें, क्योंकि प्रभु उनकी ओर से मिस्त्रियों के विरुद्ध लड़ता है।" उस समय प्रभु ने मूसा से कहा, "सागर के ऊपर अपना हाथ बढ़ाओ, जिससे पानी लौट कर मिस्त्रियों, उनके रथों और उनके घुड़सवारों पर लहराये।" मूसा ने सागर के ऊपर हाथ बढ़ा दिया और भोर होते ही सागर फिर भर गया। मिस्त्री भागते हुए पानी में जा घुसे और प्रभु ने उन्हें सागर के बीच में ढकेल दिया। समुद्र की तह पर इस्राएलियों का पीछा करने वाली फिराउन की सारी सेना के रथ और घुड़सवार लौटने वाले पानी में डूब गये। उन में से एक भी नहीं बच गया। इस्राएली तो समुद्र की सूखी तह पार कर गये, पानी उनके दायें और बायें दीवार बन कर ठहर गया था। उस दिन प्रभु ने इस्राएलियों को मिस्त्रियों के हाथ से छुड़ा दिया। इस्राएलियों ने समुद्र के किनारे पर पड़े हुए मरे मिस्त्रियों को देखा। इस्राएली मिस्त्रियों के विरुद्ध किया हुआ प्रभु का यह महान् कार्य देख कर प्रभु से डरने लगे। उन्होंने प्रभु में और उसके सेवक मूसा में विश्वास किया। तब मूसा और इस्राएली प्रभु के आदर में यह भजन गाने लगे।

प्रभु की वाणी।

भजन : निगमन 15:8-10,12-17

अनुवाक्य : मैं प्रभु का गुणगान करता हूँ। उसने अपनी महिमा प्रकट की है।

1. तेरी एक ही साँस में पानी थम गया, जल-धारा दीवार की तरह खड़ी हो गयी और समुद्र की लहरें बर्फ की तरह जम गयीं। शत्रु ने कहा, “मैं उनका पीछा करूँगा और उन्हें पकड़ेंगा, मैं लूट का माल बाँट कर तृप्त हो जाऊँगा, मैं तलवार खींच कर उनका सर्वनाश करूँगा।"

2. तूने साँस फूंक कर उन्हें समुद्र से ढक दिया, वे सीसे की तरह गहरे पानी में डूब गये। तूने हाथ पसारा और पृथ्वी उन्हें निगल गयी।

3. तू अपनी प्रजा को ले जा कर अपने पर्वत पर बसायेगा, उस स्थान पर, जिसे तूने अपने निवास के लिए चुना है, उस मंदिर के पास, जिसे तूने अपने हाथों से बनाया है।

जयघोष

अल्लेलूया ! प्रभु कहते हैं, "यदि कोई मुझे प्यार करेगा, तो वह मेरी शिक्षा पर चलेगा। मेरा पिता उसे प्यार करेगा और हम उसके पास आ कर उस में निवास करेंगे।" अल्लेलूया !

सुसमाचार

मत्ती के अनुसार पवित्र सुसमाचार 12:46-50

"हाथ से अपने शिष्यों की ओर संकेत कर उन्होंने कहा, देखो, ये है मेरी माता और मेरे भाई !"

येसु लोगों को उपदेश दे रहे थे कि उनकी माता और भाई आये। वे घर के बाहर थे और उन से मिलना चाहते थे। किसी ने येसु से कहा, "देखिए, आपकी माता और आपके भाई बाहर हैं। वे आप से मिलना चाहते हैं।" येसु ने उस से कहा, "कौन है मेरी माता? कौन हैं मेरे भाई?" और हाथ से अपने शिष्यों की ओर संकेत कर उन्होंने कहा, "देखो, ये हैं मेरी माता और मेरे भाई ! क्योंकि जो मेरे स्वर्गिक पिता की इच्छा पूरी करता है, वही है मेरा भाई, मेरी बहन और मेरी माता।"

प्रभु का सुसमाचार।