जब मूसा नियम की दोनों पाटियाँ हाथ में लिये पर्वत से उतरा, तो उसे यह पता नहीं था कि ईश्वर से बातें करने के फलस्वरूप उसका मुखमण्डल देदीप्यमान है। हारून और दूसरे इस्स्राएली मूसा का देदीप्यमान मुखमण्डल देख कर उसके निकट जाने में डरने लगे। मूसा ने उन्हें बुलाया। इस पर हारून और समुदाय के नेता उसके पास आये और मूसा ने उन्हें सम्बोधित किया। इसके बाद सभी इस्राएली उसके पास आये, और मूसा ने उन्हें वे सब आदेश सुनाये जिन्हें प्रभु ने सीनय पर्वत पर उसे दिया था। लोगों को संबोधित करने के बाद मूसा ने अपना मुख परदे से ढक लिया। जब-जब मूसा प्रभु से बातें करने तम्बू में प्रवेश करता था, तो वह बाहर निकलने तक वह परदा हटा दिया करता था। बाहर निकलने के बाद जब वह ईश्वर से मिले आदेश इस्राएलियों को सुनाता था, तो इस्राएली मूसा का देदीप्यमान मुखमण्डल देखा करते थे। इसके बाद प्रभु से बातें करने के लिए तम्बू में प्रवेश करने के समय तक, मूसा फिर अपना मुख परदे से ढक लिया करता था।
अनुवाक्य : हे हमारे प्रभु-ईश्वर ! तू पवित्र है। बह प्रभु की वाणी है।
<1>1. हमारे प्रभु-ईश्वर को धन्य कहो। उसके पाँवदान सियोन को दण्डवत् करो। वह पवित्र है।2. हारून और मूसा उसके पुरोहित थे, समूएल उसकी उपासना करता था। उन्होंने प्रभु को पुकारा और उसने उनकी सुनी।
3. उसने बादल के खंभे में से उन से बातें कीं। उन्होंने उसकी आज्ञाओं तथा उसकी संहिता का पालन किया।
4. हमारे प्रभु-ईश्वर को धन्य कहो। उसके पवित्र पर्वत को दण्डवत् करो। हमारा प्रभु-ईश्वर पवित्र है।
अल्लेलूया ! प्रभु कहते हैं, "मैंने तुम्हें मित्र कहा है, क्योंकि मैंने अपने पिता से जो कुछ सुना है, वह सब तुम्हें बता दिया है।" अल्लेलूया !
येसु ने लोगों से यह कहा, "स्वर्ग का राज्य खेत में छिपे हुए खजाने के सदृश है, जिसे कोई मनुष्य पाता है और दुबारा छिपा देता है। तब वह उमंग में जाता है और सब कुछ बेच कर उस खेत को खरीद लेता है।" "फिर, स्वर्ग का राज्य उत्तम मोती खोजने वाले व्यापारी के सदृश है। एक बहुमूल्य मोती मिल जाने पर वह जाता है और अपना सब कुछ बेच कर उस मोती को मोल लेता है।"
प्रभु का सुसमाचार।