वर्ष का छब्बीसवाँ सप्ताह, शुक्रवार - वर्ष 1

📕पहला पाठ

नबी बारूक का ग्रन्थ 1:15-22

"हमने प्रभु के विरुद्ध पाप किया और उसकी आज्ञा नहीं मानी ।"

हमारा प्रभु-ईश्वर न्यायी है और हम, यहूदिया के लोग, येरुसालेम के निवासी, हमारे राजा और शासक, हमारे याजक और नबी, हमारे पुरखे हम सब के सब कलंकित हैं; क्योंकि हमने प्रभु के विरुद्ध पाप किया है। हमने अपने प्रभु-ईश्वर की वाणी पर ध्यान नहीं दिया। हमने उसके आदेशों का पालन नहीं किया । जिस दिन प्रभु हमारे पुरखों को मिस्र से निकाल लाया, उस दिन से आज तक हम उसकी आज्ञाएँ भंग करते और उसकी वाणी का तिरस्कार करते आ रहे हैं। इसलिए आज वे विपत्तियाँ और अभिशाप हम पर आ पड़े हैं, जिन्हें प्रभु ने अपने सेवक मूसा के द्वारा घोषित किया था, जब वह हमारे पुरखों को मिस्र से निकाल कर उस देश ले जा रहे थे; जहाँ दूध और मधु की नदियाँ बहती हैं। हमने प्रभु द्वारा भेजे हुए नबियों की वाणी पर ध्यान नहीं दिया। हम हठपूर्वक अपनी राह चलते रहे, पराये देवताओं की उपासना और ऐसे कार्य करते रहे, जो हमारे प्रभु-ईश्वर की दृष्टि में बुरे हैं।

प्रभु की वाणी।

📖भजन : स्तोत्र 78:1-5,8-9

अनुवाक्य : हे प्रभु ! अपने नाम के हेतु हमारी सहायता कर ।

1. हे प्रभु ! गैरयहूदी तेरी प्रजा के देश में घुस आये हैं। उन्होंने तेरा पवित्र मंदिर दूषित किया, येरुसालेम को खंडहरों का ढेर बना दिया और तेरे सेवकों के शव तथा तेरे भक्तों का मांस आकाश के पक्षियों तथा पृथ्वी के पशुओं के भोजन के लिए छोड़ दिया है

2. उन्होंने येरुसालेम में रक्त पानी की तरह बहाया है। मृतकों को दफनाने के लिए कोई नहीं रहा । हमारे पड़ोसी हम पर ताना मारते हैं, हमारे आस-पास रहने वाले हमारा उपहास करते हैं। हे प्रभु ! क्या तू सदा के लिए हम पर अप्रसन्न रहेगा? तेरा क्रोध कब तक अग्नि की तरह जलता रहेगा?

3. हमारे पूर्वजों के पापों के कारण हम पर अप्रसन्न न हो। शीघ्र ही हम पर दया कर, क्योंकि हम घोर संकट में पड़े हैं

4. हे ईश्वर ! हमारे मुक्तिदाता ! अपने नाम की महिमा के हेतु हमारी सहायता कर । हे प्रभु ! अपने नाम के हेतु हमारे पाप क्षमा कर ।

📒जयघोष

अल्लेलूया ! आज अपना हृदय कठोर न बनाओ, प्रभु की वाणी पर ध्यान दो । अल्लेलूया !

📙सुसमाचार

लूकस के अनुसार पवित्र सुसमाचार 10:13-16

"जो मेरा तिरस्कार करता, वह उसका तिरस्कार करता है जिसने मुझे भेजा है।"

येसु ने कहा, "धिक्कार तुझे रे कोरेजन ! धिक्कार तुझे रे बेथसाइदा ! जो चमत्कार तुम में किये गये हैं, यदि वे तीरुस और सिदोन में किये गये होते, तो न जाने कब से टाट ओढ़ कर और भस्म रमा कर उन्होंने पश्चात्ताप किया होता। इसलिए न्याय के दिन तुम्हारी दशा की अपेक्षा तीरुस और सिदोन की दशा कहीं अधिक सहनीय होगी। और तू, रे कफरनाहूम ! क्या तू स्वर्ग तक ऊँचा उठाया जायेगा? नहीं, तू अधोलोक तक नीचे गिरा दिया जायेगा ।" "जो तुम्हारी सुनता है, वह मेरी सुनता है और जो तुम्हारा तिरस्कार करता है, वह मेरा तिरस्कार करता है। जो मेरा तिरस्कार करता है, वह उसका तिरस्कार करता है जिसने मुझे भेजा है।"

प्रभु का सुसमाचार।