जिस समय प्रभु एलियस को एक बवण्डर द्वारा स्वर्ग में आरोहित करने वाला था, तो एलियस एलीसय के साथ गिलगाल से चला गया। जब ये येरीखो पहुँचे, तो एलियस ने एलीसय से कहा, "तुम यहाँ रहो, क्योंकि प्रभु मुझे यर्दन के तट पर भेज रहा है।" उसने उत्तर दिया, "जीवन्त प्रभु और आपकी शपथ ! मैं आपका साथ नहीं छोड़ेंगा।" इसलिए दोनों आगे बढ़े। पचास नबी उनके पीछे हो लिये और जब वे दोनों यर्दन के तट पर रुक गये, तो कुछ दूरी पर खड़े रहे। तब एलियस ने अपनी चादर ले ली और उसे लपेट कर पानी पर मारा। पानी विभाजित हो कर दोनों ओर हट गया और वे सूखी भूमि पर नदी के उस पार गये। नदी पार करने के बाद एलियस ने एलीसय से कहा, "मुझे बताओ कि तुम से अलग किये जाने से पहले मैं तुम्हारे लिए क्या करूँ।" एलीसय ने उत्तर दिया, "मुझे आपकी आध्यात्मिक शक्ति का दोहरा भाग प्राप्त हो।" एलियस ने कहा, “तुमने जो माँगा है, वह आसान नहीं है। यदि तुम मुझे उस समय देखोगे, जब मैं आरोहित कर लिया जाता हूँ, तो तुम्हारी प्रार्थना पूरी होगी। परन्तु यदि तुम मुझे नहीं देखोगे, तो तुम्हारी प्रार्थना पूरी नहीं होगी।" वे बातें करते हुए आगे बढ़ ही रहे थे कि अचानक अग्निमय अश्वों सहित एक अग्निमय रथ ने आ कर दोनों को अलग कर दिया और एलियस एक बवण्डर द्वारा स्वर्ग में आरोहित कर लिया गया। एलीसय यह देख कर चिल्ला उठा, "हे मेरे पिता ! मेरे पिता ! इस्राएल का रथ और उसके सारथी !" जब एलियस उसकी आँखों से ओझल हो गया था, तो एलीसय ने अपने वस्त्र फाड़ डाले और एलियस की चादर को, जो उसके शरीर से गिर गयी थी, उठा कर वह लौटा और यर्दन के तट पर खड़ा रहा। वह एलियस की चादर को पानी पर मार कर बोल उठा, "एलियस का प्रभु-ईश्वर कहाँ है?" उसने फिर चादर को पानी पर मारा और पानी विभाजित हो कर दोनों ओर हट गया और एलीसय ने नदी को पार किया।
प्रभु की वाणी।
अनुवाक्य : जो प्रभु पर भरोसा रखते हैं, वे सब के सब साहसपूर्वक ढारस रखें।
1. हे प्रभु ! तेरी भलाई कितनी अपार है ! तू अपने भक्तों के लिए कितना दयालु है ! जो तेरी शरण में आते हैं, तू उन्हें सबों के सामने आश्रय देता है।
2. तू उन्हें अपने साथ रख कर मनुष्यों के षड्यन्त्रों से उनकी रक्षा करता है। तू उन्हें अपने तम्बू में छिपा कर लोगों की निन्दा से बचाता है।
3. हे धर्मियो ! प्रभु को प्यार करो। वह अपने भक्तों की रक्षा करता है, किन्तु वह घमण्डियों को पूरा-पूरा दण्ड देगा।
अल्लेलूया ! प्रभु कहते हैं, "यदि कोई मुझे प्यार करेगा, तो वह मेरी शिक्षा पर चलेगा। मेरा पिता उसे प्यार करेगा और हम उसके पास आ कर उस में निवास करेंगे।" अल्लेलूया !
येसु ने अपने शिष्यों से यह कहा, "सावधान रहो। लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए अपने धर्मकार्यों का प्रदर्शन न करो, नहीं तो तुम अपने स्वर्गिक पिता के पुरस्कार से वंचित रह जाओगे।" "जब तुम दान देते हो, तो इसका ढिंढोरा नहीं पिटवाओ। ढोंगी सभागृहों और गलियों में ऐसा ही किया करते हैं, जिससे लोग उनकी प्रशंसा करें। मैं तुम लोगों से कहे देता हूँ वे अपना पुरस्कार पा चुके हैं। जब तुम दान देते हो, तो तुम्हारा बायाँ हाथ यह न जानने पाये कि तुम्हारा दायाँ हाथ क्या कर रहा है। तुम्हारा दान गुप्त रहे और तुम्हारा पिता, जो सब कुछ देखता है, तुम्हें पुरस्कार देगा।" "ढोंगियों की तरह प्रार्थना नहीं करो। वे सभागृहों में और चौकों पर खड़ा हो कर प्रार्थना करना पसन्द करते हैं, जिससे लोग उन्हें देख सकें। मैं तुम लोगों से कहे देता हूँ - वे अपना पुरस्कार पा चुके हैं। जब तुम प्रार्थना करते हो, तो अपने कमरे में जा कर द्वार बन्द कर लो और एकांत में अपने पिता से प्रार्थना करो। तुम्हारा पिता, जो एकांत को भी देखता है, तुम्हें पुरस्कार देगा।" "ढोंगियों की तरह मुँह उदास बना कर उपवास नहीं करो। वे अपना मुँह मलिन कर लेते हैं, जिससे लोग यह समझें कि वे उपवास कर रहे हैं। मैं तुम लोगों से कहे देता हूँ वे अपना पुरस्कार पा चुके हैं। जब तुम उपवास करते हो, तो अपने सिर में तेल लगाओ और अपना मुँह धो लो, जिससे लोगों को नहीं, केवल तुम्हारे पिता को, जो अदृश्य है, यह पता चले कि तुम उपवास कर रहे हो। तुम्हारा पिता, जो अदृश्य को भी देखता है, तुम्हें पुरस्कार देगा।"
प्रभु का सुसमाचार।