उस दिन मैं दाऊद का टूटा-फूटा हुआ घर फिर खड़ा करूँगा। मैं उसकी दरारें भर दूँगा और उसके खंडहरों का पुनर्निर्माण करूँगा। वह जैसा पहले था, उसी तरह मैं उसे फिर बनवाऊँगा। तब वे एदोम के बचे हुए अंश और उन सब राष्ट्रों को अपने अधिकार में करेंगे, जो पहले मेरे कहलाते थे। यह उस प्रभु की वाणी है, जो यह सब पूरा करेगा। यह प्रभु की वाणी है - वे दिन आ रहे हैं, जब लूनने वाले के तुरन्त बाद हल चलाने वाला आयेगा और बोने वाले के बाद अंगूर बटोरने वाला। पहाड़ों से अंगूरी की नदियाँ बह निकलेंगी और पहाड़ियों से अंगूरी टपकती रहेगी। तब मैं अपनी प्रजा इस्राएल के निर्वासितों को वापस ले आऊँगा। वे उजाड़ नगरों का पुनर्निर्माण करेंगे और उन में निवास करेंगे। वे दाखबारियाँ लगा कर अंगूरी पीयेंगे और बगीचे रोप कर फल खायेंगे। मैं उन्हें उनकी अपनी भूमि में स्थापित करूँगा और मैं जो भूमि उन्हें प्रदान करूँगा, उस से वे फिर कभी उखाड़े नहीं जायेंगे। यह तुम्हारे प्रभु-ईश्वर की वाणी है।
प्रभु की वाणी।
अनुवाक्य : प्रभु अपनी प्रजा को शांति का सन्देश सुनाता है।
1. प्रभु-ईश्वर जो कुछ कहता है, मैं उसे ध्यान से सुनूँगा। वह अपनी प्रजा को, अपने भक्तों को तथा पश्चात्तापियों को शांति का सन्देश सुनाता है।
2. दया और सच्चाई, न्याय और शांति - ये एक दूसरे से मिल जायेंगे। सच्चाई पृथ्वी पर पनपने लगेगी और न्याय स्वर्ग से हम पर दयादृष्टि करेगा।
3. प्रभु हमें सुख-शांति प्रदान करेगा और पृथ्वी फल उत्पन्न करेगी। न्याय उसके आगे-आगे चलेगा और शांति उसके पीछे-पीछे आती रहेगी।
अल्लेलूया ! प्रभु कहते हैं, "मेरी भेड़ें मेरी आवाज पहचानती हैं। मैं उन्हें जानता हूँ और वे मेरा अनुसरण करती हैं।" अल्लेलूया !
योहन के शिष्य एक दिन आ कर कहने लगे, "हम और फ़रीसी उपवास किया करते हैं। आपके शिष्य ऐसा क्यों नहीं करते?” येसु ने उन से कहा, "क्या जब तक दुलहा साथ है, बाराती शोक मना सकते हैं? किन्तु वे दिन आयेंगे, जब दुलहा उन से बिछुड़ जायेगा। उन दिनों वे उपवास करेंगे।" "कोई कोरे कपड़े का पैबंद पुराने कपड़े पर नहीं लगाता, क्योंकि वह पैबंद सिकुड़ कर पुराना कपड़ा फाड़ देता है और चीर बढ़ जाती है। और लोग नयी अंगूरी पुरानी मशकों में नहीं भरते हैं। नहीं तो मशकें फट जाती हैं, अंगूरी बह जाती है और मशकें बरबाद हो जाती हैं। लोग नयी अंगूरी नयी मुशकों में भरते हैं। इस तरह दोनों ही बची रहती हैं।"
प्रभु का सुसमाचार।