वर्ष का चौदहवाँ सप्ताह, बुधवार - वर्ष 2

पहला पाठ

नबी होशेआ का ग्रन्थ 10:1-3,7-8,12

"प्रभु को खोजने का समय आ गया है।"

इस्राएल फैलने वाली दाखलता के सदृश है, जिस में बहुत-से फल लगते हैं। वह फलों की बढ़ती हुई संख्या के अनुरूप अपनी वेदियों की संख्या भी बढ़ाता रहता है। वह अपने देश की समृद्धि के अनुरूप अपने पूजा-स्तम्भ अलंकृत करता है। उन लोगों का हृदय कपटपूर्ण है, इसलिए उन्हें अपने पापों का फल भोगना पड़ेगा। वह स्वयं उनकी वेदियाँ नष्ट करेगा और उनके पूजा-स्तंभ गिरा देगा। तब वे कहेंगे, "हमारा कोई राजा नहीं है, क्योंकि जब हम प्रभु पर श्रद्धा नहीं रखते हैं, तो राजा हमारे लिए क्या कर सकता है?" समारिया का राजा पानी के फेन की तरह लुप्त हो गया है। आवेन के पहाड़ी पूजा-स्थल नष्ट किये गये, जहाँ इस्राएल पाप करता था। उनकी बेदियों पर काँटे और ऊँटकटारे उगेंगे। तब लोग पहाड़ों से कहने लगेंगे, "हमें ढक लो" और पहाड़ियों से, "हम पर गिर पड़ो।" तुम धार्मिकता बोओ, तो भक्ति लुनोगे। अपनी परती भूमि जोतो, क्योंकि समय आ गया है। प्रभु को तब तक खोजते रहो जब तक वह आ कर धार्मिकता न बरसाये।

प्रभु की वाणी।

भजन : स्तोत्र 104:2-7

अनुवाक्य : प्रभु के दर्शनों के लिए तरसते रहो।

1. प्रभु के आदर में गीत गाओ, उसकी स्तुति करो, उसके अपूर्व कार्यों का बखान करो। उसके पवित्र नाम पर गौरव करो। प्रभु को खोजने वालों का हृदय आनन्दित हो।

2. प्रभु और उसके सामर्थ्य का मनन करो, उसके दर्शनों के लिए तरसते रहो उसके अपूर्व कार्य, उसके चमत्कार तथा उसके निर्णय याद रखो।

3. हे प्रभु-भक्त इब्राहीम की सन्तान ! हे प्रभु के कृपापात्र याकूब के पुत्रो ! प्रभु ही हमारा ईश्वर है, उसके निर्णय समस्त पृथ्वी पर लागू हैं।

जयघोष

अल्लेलूया ! ईश्वर का राज्य निकट आ गया है। पश्चात्ताप करो और सुसमाचार में विश्वास करो। अल्लेलूया !

सुसमाचार

मत्ती के अनुसार पवित्र सुसमाचार 10:1-7

"इस्त्राएल के घराने की खोयी हुई भेड़ों के यहाँ जाओ।"

येसु ने अपने बारह शिष्यों को अपने पास बुला कर उन्हें अशुद्ध आत्माओं पर अधिकार दिया और अशुद्ध आत्माओं को निकालने तथा हर तरह की बीमारी और दुर्बलता दूर करने की शक्ति प्रदान की। बारह प्रेरितों के नाम इस प्रकार हैं- पहला, सिमोन, जो पेत्रुस कहलाता है, और उसका भाई अन्द्रेयस; जेबेदी का पुत्र याकूब और उसका भाई योहन; फिलिप और बरथोलोमी; थोमस और नाकेदार मत्ती; अलफ़ाई का पुत्र याकूब और थद्देयुस; सिमोन कनानी और यूदस इसकारियोती, जिसने येसु को पकड़वाया। येसु ने इस बारहों को ये अनुदेश दे कर भेजा, "अन्य राष्ट्रों के यहाँ मत जाओ और समारियों के नगरों में प्रवेश मत करो, बल्कि इस्राएल के घराने की खोयी हुई भेड़ों के यहाँ जाओ। राह चलते यह उपदेश दिया करो - स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है।"

प्रभु का सुसमाचार।