वर्ष का चौदहवाँ सप्ताह, बृहस्पतिवार - वर्ष 1

पहला पाठ

नबी होशेआ का ग्रन्थ 11:1-3,8-9

"मुझ में. दया उमड़ आती है।"

प्रभु यह कहता है, "इस्राएल जब बालक था, तो मैं उसे प्यार करता था और मैंने मिस्त्र देश से अपने पुत्र को बुलाया। मैं उन लोगों को जितना अधिक बुलाता था, वे मुझ से उतना ही अधिक दूर होते जाते थे।" "वे बाल-देवताओं को बलि चढ़ाते थे और अपनी मूर्तियों के सामने धूप जलाते थे। मैंने एफ्राईम को चलना सिखाया। मैं उन्हें गोद में उठाया करता था, किन्तु वे नहीं समझे कि मैं उनकी देख-रेख करता था। मैं उन्हें दया तथा प्रेम की बागडोर से टहलाता था। जिस तरह कोई बच्चे को उठा कर गले लगाता है, उसी तरह मैं भी उनके साथ व्यवहार करता था। मैं झुक कर उन्हें भोजन दिया करता था। मेरा हृदय यह नहीं मानता, मुझ में दया उमड़ आती है मैं अपना क्रोध भड़कने नहीं दूंगा, मैं फिर एफ्राईम का विनाश नहीं करूँगा, क्योंकि मैं मनुष्य नहीं, ईश्वर हूँ। मैं तुम्हारे बीच परमपावन प्रभु हूँ मुझे विनाश करने से घृणा है।"

प्रभु की वाणी।

भजन : स्तोत्र 79:2-3,15-16

अनुवाक्य : हे प्रभु ! हम पर दयादृष्टि कर और हमारा उद्धार हो जायेगा।

1. हे प्रभु ! तू इस्राएल का चरवाहा है। हमारी सुन। तू स्वर्गदूतों पर विराजमान है। अपनी शक्ति को जगा और आ कर हमें बचाने की कृपा कर।

2. विश्वमंडल के प्रभु ! स्वर्ग से हम पर दयादृष्टि कर। तूने यह दाखलता लगायी है, आ कर उसकी रक्षा कर। तूने उसे बढ़ने की शक्ति दी है, उसे अपने दाहिने हाथ से सँभाल।

जयघोष

अल्लेलूया ! ईश्वर का राज्य निकट आ गया है। पश्चात्ताप करो और सुसमाचार में विश्वास करो। अल्लेलूया।

सुसमाचार

मत्ती के अनुसार पवित्र सुसमाचार 10:7-15

"तुम्हें मुफ़्त में मिला है, मुफ़्त में दे दो।"

येसु ने अपने शिष्यों से कहा, "राह चलते यह उपदेश दिया करो - स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है। रोगियों को चंगा करो, मुरदों को जिलाओ, कोढ़ियों को शुद्ध करो, नरकदूतों को निकालो। तुम्हें मुफ़्त में मिला है, मुफ़्त में दे दो।" "अपने फेंटे में सोना, चाँदी या पैसा नहीं रखो। रास्ते के लिए न झोली, न दो कुरते, न जूते, न लाठी ले जाओ; क्योंकि मज़दूर को भोजन का अधिकार है।" "किसी नगर या गाँव में पहुँचने पर एक सम्मानित व्यक्ति का पता लगा लो और नगर से विदा होने तक उसी के यहाँ ठहरो। उस घर में प्रवेश करते समय उसे शांति की आशिष दो। यदि वह घर योग्य होगा, तो तुम्हारी शांति उस पर उतरेगी। यदि वह घर योग्य नहीं होगा, तो तुम्हारी शांति तुम्हारे पास लौट आयेगी। यदि कोई तुम्हारा स्वागत न करे और तुम्हारी बातें न सुने, तो उस घर से या उस नगर से निकल कर अपने पैरों की धूल झाड़ दो। मैं तुम से कहे देता हूँ- न्याय के दिन उस नगर की दशा की अपेक्षा सोदोम और गोमोरा की दशा कहीं अधिक सहनीय होगी।"

प्रभु का सुसमाचार।