वर्ष का पन्द्रहवाँ सप्ताह, मंगलवार - वर्ष 1

पहला पाठ

नबी इसायस का ग्रन्थ 7:1-9

"यदि तुम्हारा विश्वास दृढ़ नहीं है, तो तुम अवश्य विचलित हो जाओगे।"

जब योतान का पुत्र और उज्जीया का पौत्र आहाज यूदा का राजा था, तो उस समय अराम का राजा रसीन और रमल्या का पुत्र इस्राएल का राजा पेकह, दोनों मिल कर येरुसालेम पर आक्रमण करने निकले, किन्तु वे उसे जीतने में असमर्थ रहे। प्रजा इस प्रकार काँपने लगे, जिस प्रकार जंगल के पेड़ आँधी में काँपते हैं। किन्तु प्रभु ने इसायस से कहा, "तुम अपने पुत्र शआर-याशूब के साथ रंगरेज के खेत की सड़क पर, जहाँ नहर ऊपरी तालाब से निकलती है, आहाज से मिलने जाओ और उस से यह कहो – सावधान रहो ! धीरज धर कर मत डरो। अरामी रसीन और रमल्या के पुत्र का क्रोध प्रज्वलित हो उठा है – वे तो दो धुआँते लुआठों के सदृश हैं, उनके कारण मत घबराओ। उन्हें यह कहते हुए षड्यन्त्र रचने दो - हम यूदा पर चढ़ाई करने जा रहे हैं। हम उसे पछाड़ कर परास्त कर देंगे और वहाँ टाबएल के पुत्र को राजा बनायेंगे। प्रभु-ईश्वर यह कहता है - यह नहीं होगा ! कभी नहीं होगा ! जिस तरह अराम की राजधानी दमिश्क है, दमिश्क का राजा रसीन; एफ्राईम की राजधानी समारिया है और समारिया का राजा रमल्या का पुत्र – उसी तरह पैंसठ वर्ष बाद एफ्राईम कुचल दिया जायेगा और वह राष्ट्र नहीं रह जायेगा। यदि तुम्हारा विश्वास दृढ़ नहीं है, तो तुम निश्चय ही विचलित हो जाओगे।"

प्रभु की वाणी।

भजन : स्तोत्र 47:2-8

अनुवाक्य : प्रभु अपना नगर सदा सुदृढ़ बनाये रखता है।

1. हमारे ईश्वर के नगर में प्रभु महान् और अत्यन्त प्रशंसनीय है। उसका पवित्र पर्वत ऊँचा और मनोहर है, वह समस्त पृथ्वी को आनन्द प्रदान करता है।

2. सियोन का पर्वत ! पृथ्वी का ध्रुव ! राजाधिराज का नगर ! ईश्वर उसके गढ़ों में निवास करता और इसे सुरक्षित रखता है।

3. किसी समय राजागण एकत्र हो गये और सब मिल कर इस पर आक्रमण करने आये। वे इसे देख कर घबरा गये और आतंकित हो कर निकल भागे।

4. प्रसव निकट आने पर जिस तरह स्त्री को पीड़ा होती है, उसी तरह वे नगर के पास पहुँच कर काँपने लगे। उनकी दशा ऐसी हो गयी थी मानो समुद्री जहाजों को तोड़ने वाली आँधी ने उन्हें छितरा दिया हो।

जयघोष

अल्लेलूया ! आज अपना हृदय कठोर न बनाओ, प्रभु की वाणी पर ध्यान दो। अल्लेलूया !

सुसमाचार

मत्ती के अनुसार पवित्र सुसमाचार 11:20-24

"न्याय के दिन तेरी दशा की अपेक्षा तीरुस और सिदोन की दशा कहीं अधिक सहनीय होगी।"

येसु उन नगरों को धिक्कारने लगे जिन्होंने उनके अधिकांश चमत्कार देख कर भी पश्चात्ताप नहीं किया था। तुझे, रे कोरोजेन ! धिक्कार तुझे, रे बेथसाइदा ! जो चमत्कार तुम में किये गये हैं, यदि वे तीरुस और सिदोन में किये गये होते, तो न जाने कब से टाट ओढ़ कर और भस्म रमा कर उन्होंने पश्चात्ताप किया होता। इसलिए मैं तुम से कहता हूँ, न्याय के दिन तेरी दशा की अपेक्षा तीरुस और सिदोन की दशा कहीं अधिक सहनीय होगी। "और तू, रे कफरनाहूम ! क्या तू स्वर्ग तक ऊँचा उठाया जायेगा? नहीं ! तू अधोलोक तक नीचे गिरा दिया जायेगा; क्योंकि जो चमत्कार तुझ में किये गये हैं, यदि वे सोदोम में किये गये होते, तो वह आज तक बना रहता। इसलिए मैं तुम से कहता हूँ, न्याय