प्रभु का यह कहना सुनो "उठो ! पहाड़ों के सामने अपनी सफ़ाई दो। पहाड़ियों को अपनी बात सुनाओ।" हे पर्वतो ! पृथ्वी को सँभालने वाले चिरस्थायी खंभो ! प्रभु का मुक़दमा सुनो। वह इस्राएल पर अभियोग लगा रहा है : "हे मेरी प्रजा ! मैंने तुम्हारा क्या अपराध किया? मैंने तुम को क्या कष्ट दिया? मुझे उत्तर दो। मैं तुम को मिस्त्र से निकाल लाया, मैंने तुम को दासता के घर से छुड़ाया। मैंने पथप्रदर्शक के रूप में मूसा, हारून और मिरयम को तुम्हारे पास भेजा।" "मैं क्या ले कर प्रभु के सामने आऊँगा और सर्वोच्च ईश्वर को दण्डवत करूँगा। क्या मैं होम ले कर उसके सामने आऊँगा? अथवा एक वर्ष के बछड़ों को? क्या ईश्वर हजारों मेढ़ों से प्रसन्न होगा? अथवा तेल की कोटि-कोटि धाराओं से? क्या मैं अपने अपराध के प्रायश्चित्त स्वरूप अपने पहलौठे को, अपने पाप के बदले में अपने शरीर के फल को अर्पित करूँगा?" "हे मनुष्य ! तुम को बताया गया है कि उचित क्या है और प्रभु तुम से क्या चाहता है। यह इतना ही है- न्यायपूर्ण व्यवहार, कोमल भक्ति और ईश्वर के सामने विनयपूर्ण आचरण।"
प्रभु की वाणी।
अनुवाक्य: सदाचारी ही ईश्वर के मुक्ति-विधान के दर्शन करेगा।
1. "मेरी प्रजा को मेरे सामने एकत्र करो, जिसने यज्ञ चढ़ा कर मेरा विधान स्वीकार किया है।" आकाश प्रभु की न्यायप्रियता घोषित करता है। ईश्वर स्वयं हमारा न्याय करने वाला है।
2. मैं यज्ञों के कारण तुम पर दोष नहीं लगाता - तुम्हारे बलिदान तो सदा मेरे सामने हैं। मुझे न तो तुम्हारे घरों के साँड़ चाहिए और न तुम्हारे बाड़ों के बकरे ही।
3. तुम मेरी संहिता का तिरस्कार करते और मेरी बातों पर ध्यान नहीं देते हो, तो तुम मेरी आज्ञाओं का पाठ और मेरे विधान की चरचा क्यों करते हो?
4. तुम यह सब करते हो और मैं चुप रहूँ? क्या तुम मुझे अपने जैसा समझते हो? जो धन्यवाद का बलिदान चढ़ाता है, वही मेरा सम्मान करता है। सदाचारी ही ईश्वर के मुक्ति-विधान के दर्शन करेगा।
अल्लेलूया ! आज अपना हृदय कठोर न बनाओ, प्रभु की वाणी पर ध्यान दो। अल्लेलूया !
कुछ शास्त्री और फ़रीसी येसु से बोले, "गुरु ! हम आपके द्वारा प्रस्तुत कोई चिह्न देखना चाहते हैं" येसु ने उन्हें उत्तर दिया, “यह दुष्ट और विधर्मी पीढ़ी एक चिह्न माँगती है, परन्तु नबी योनस के चिह्न को छोड़ कर इसे और कोई चिह्न नहीं दिया जायेगा। जिस प्रकार योनस तीन दिन और तीन रात मच्छ के पेट में रहा, उसी प्रकार मानव पुत्र भी तीन दिन और तीन रात पृथ्वी के गर्भ में रहेगा। न्याय के दिन निनिवे के लोग इस पीढ़ी के साथ जी उठेंगे और उसे दोषी ठहरायेंगे, क्योंकि उन्होंने योनस का उपदेश सुन कर पश्चात्ताप किया था, और देखो - यहाँ वह है, जो योनस से भी महान् है ! न्याय के दिन दक्षिण की रानी इस पीढ़ी के साथ जी उठेगी और इसे दोषी ठहरायेगी, क्योंकि वह सुलेमान की प्रज्ञा सुनने के लिए पृथ्वी के सीमान्तों से आयी थी, और देखो – यहाँ वह है, जो सुलेमान से भी महान् है !"
प्रभु का सुसमाचार।