आप लोग यह निश्चित रूप से जान लें कि जो लोग विश्वास करते हैं, वे ही इब्राहीम की सन्तान हैं। धर्मग्रन्थ पहले से यह जानता था कि ईश्वर विश्वास द्वारा गैरयहूदियों को पापमुक्त करेगा, इसलिए उसने पहले से इब्राहीम को यह सुसमाचार सुनाया कि "तुम्हारे द्वारा पृथ्वी भर के राष्ट्र आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।" इसलिए जो विश्वास पर निर्भर रहते हैं, वे विश्वास करने वाले इब्राहीम के साथ ही आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। परन्तु जो संहिता के कर्मकाण्ड पर निर्भर रहते हैं, वे शाप के अधीन हैं; क्योंकि लिखा है जो व्यक्ति संहिता के ग्रन्थ में लिखी हुई सभी बातों का पालन नहीं करता रहता है, वह शापित है। यह स्पष्ट ही है कि कोई भी संहिता के कारण ईश्वर की दृष्टि में धार्मिक नहीं है, क्योंकि लिखा है- धार्मिक मनुष्य अपने विश्वास के द्वारा जीवन प्राप्त करेगा। और संहिता का विश्वास से कोई सम्बन्ध नहीं है, क्योंकि उस में लिखा है जो इन बातों का पालन करेगा, उसे उन्हीं के द्वारा जीवन प्राप्त होगा । मसीह हमारे लिए शापित बने और इस तरह उन्होंने हम को संहिता के अभिशाप से मुक्त किया; क्योंकि लिखा है- जो कोई काठ पर लटकाया जाता है वह शापित है। यह इसलिए हुआ कि येसु मसीह के द्वारा इब्राहीम का आशीर्वाद गैरयहूदियों को भी प्राप्त हो और हमें विश्वास द्वारा वह आत्मा मिले, जिसकी प्रतिज्ञा की गयी थी।
अनुवाक्य : प्रभु अपने विधान का सदा स्मरण करता है। (अथवा : अल्लेलूया!)
1. धर्मियों की गोष्ठी और उनकी सभा में मैं सारे हृदय से प्रभु की स्तुति करूँगा। प्रभु के कार्य महान् हैं, भक्त जन उनका मनन करें।
2. उसके कार्य प्रतापी और ऐश्वर्यमय हैं, उसका न्याय युग युगों तक बना रहता है। प्रभु के कार्य स्मरणीय हैं। प्रभु दयालु और प्रेममय है।
3. वह अपने भक्तों को तृप्त करता और अपने विधान का सदा स्मरण करता है। उसने अपनी प्रजा को राष्ट्रों की भूमि दिला कर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया।
अल्लेलूया ! प्रभु कहते हैं, "अब इस संसार का नायक निकाल दिया जायेगा। और मैं जब पृथ्वी के ऊपर उठाया जाऊँगा, तो सब मनुष्यों को अपनी ओर आकर्षित करूँगा ।" अल्लेलूया!
जब येसु ने एक अपदूत निकाला था, तो लोगों में से कुछ ने कहा, "यह अपदूतों के नायक बेलजेबुल की सहयता से अपदूतों को निकालता है।" कुछ लोग येसु की परीक्षा लेने के लिए उन से स्वर्ग की ओर का कोई चिह्न माँगने लगे। उनके विचार जान कर येसु ने उन से कहा, "जिस राज्य में फूट पड़ जाती है, वह उजड़ जाता है और घर के घर ढह जाते हैं। यदि शैतान अपने ही विरुद्ध विद्रोह करने लगे, तो उसका राज्य कैसे टिका रहेगा? तुम कहते हो कि मैं बेलजेबुल की सहायता से अपदूतों को निकालता हूँ। यदि मैं बेलजेबुल की सहायता से अपदूतों को निकालता हूँ, तो तुम्हारे बेटे किसकी सहायता से उन्हें निकालते हैं? इसलिए वे तुम लोगों का न्याय करेंगे। परन्तु यदि मैं ईश्वर के सामर्थ्य से अपदूतों को निकालता हूँ, तो निस्संदेह ईश्वर का राज्य तुम्हारे बीच आ गया है।" "यदि कोई बलवान् मनुष्य हथियार बाँध कर अपने घर की रखवाली करता हो तो उसकी धन-सम्पत्ति सुरक्षित रहती है । पर यदि कोई उस से भी बलवान् उस पर टूट पड़े और उसे हरा दे, तो जिन हथियारों पर उसका भरोसा था, वह उन्हें उस से छीन लेता है और उसका माल लूट कर बाँट देता है।" "जो मेरे साथ नहीं है, वह मेरा विरोधी है और जो मेरे साथ नहीं बटोरता, वह बिखेरता है।" "जब अशुद्ध आत्मा किसी मनुष्य से निकलता है, तो वह विश्राम की खोज में निर्जन स्थानों में भटकता फिरता है। विश्राम न मिलने पर वह कहता है; 'जहाँ से निकला हूँ, अपने उसी घर को वापस जाऊँगा' । लौट कर वह उस घर को झाड़ा-बुहारा और सजाया हुआ पाता है। तब वह जा कर अपने से भी बुरे सात अपदूतों को ले आता है और वे उस घर में घुस कर वहीं बस जाते हैं। और उस मनुष्य की यह पिछली दशा पहली से भी बुरी हो जाती है।"
प्रभु का सुसमाचार।