वर्ष का उनतीसवाँ सप्ताह, शनिवार - वर्ष 2

📕पहला पाठ

एफेसियों के नाम सन्त पौलुस का पत्र 4:7-16

"मसीह हमारे शीर्ष हैं और उन से समस्त शरीर को बल मिलता है।"

मसीह ने जिस मात्रा में देना चाहा, उसी मात्रा में हम में प्रत्येक को कृपा प्राप्त हुई है। इसलिए धर्मग्रंथ कहता है - वह ऊँचाई पर चढ़ा और बन्दियों को ले गया। उसने मनुष्यों को दान दिये। वह चढ़ा- इसका अर्थ यह है कि वह पहले पृथ्वी के निचले प्रदेशों में उतरा। जो उतरा, वह वही है जो आकाश से भी ऊँचे चढ़ा, जिससे वह सब कुछ परिपूर्ण कर दे। मसीह ने कुछ लोगों को प्रेरित, कुछ को नबी, कुछ को सुसमाचार-प्रचारक और कुछ को चरवाहे तथा आचार्य होने का वरदान दिया। इस प्रकार उन्होंने सन्तों को सेवाकार्य के लिए नियुक्त किया, जिससे मसीह के शरीर का निर्माण उस समय तक होता रहे, जब तक हम विश्वास तथा ईश्वर के पुत्र के ज्ञान में एक नहीं हो जायें और मसीह की परिपूर्णता के अनुसार पूर्ण मनुष्यत्व प्राप्त न कर लें। इस प्रकार हम बालक नहीं बने रहेंगे और भ्रम में डालने के उद्देश्य से निर्मित धूर्त मनुष्यों के प्रत्येक सिद्धान्त के झोंके से हम विचलित हो कर बहकाये नहीं जायेंगे। हम प्रेम से प्रेरित हो कर सत्य बोलें और इस तरह मसीह की परिपूर्णता प्राप्त करें। वह हमारे शीर्ष हैं और उन से समस्त शरीर को बल मिलता है। वह शरीर अपनी सब संधियों की सहायता से सुसंघटित हो कर प्रत्येक अंग की समुचित सक्रियता से अपनी परिपूर्णता तक पहुँचता और प्रेम द्वारा अपना ही निर्माण करता है।

प्रभु की वाणी।

📖भजन : स्तोत्र 121, 1-5

अनुवाक्य : हम आनन्दित हो कर प्रभु के मंदिर चलें।

1. मुझे यह सुन कर कितना आनन्द हुआ - "आओ, हम ईश्वर के मंदिर चलें।" हे येरुसालेम! अब हम पहुँचे हैं, हमने तेरे फाटकों में प्रवेश किया है।

2. यहाँ इस्राएल के वंश, प्रभु के वंश आते हैं। वे ईश्वर का स्तुतिगान करने आते हैं, जैसा कि इस्राएल को आदेश मिला है। यहाँ न्याय के आसन संस्थापित हैं और दाऊद के वंश का सिंहासन भी।

📒जयघोष

अल्लेलूया! प्रभु कहता है, "मैं नहीं चाहता कि पापी मर जाये, मैं चाहता हूँ कि वह पश्चात्ताप कर जीवन प्राप्त करे। " अल्लेलूया!

📙सुसमाचार

लूकस के अनुसार पवित्र सुसमाचार 13:1-9

"यदि तुम पश्चात्ताप नहीं करोगे, तो सब के सब नष्ट हो जाओगे।"

उस समय कुछ लोग येसु को उन गलीलियों के विषय में बताने आये, जिनका रक्त पिलातुस ने उनके बलि-पशुओं के रक्त के साथ मिला दिया था। येसु ने उन से कहा, "क्या तुम समझते हो कि ये गलीली अन्य सब गलीलियों से अधिक पापी थे, क्योंकि उन पर ही ऐसी विपत्ति पड़ी? मैं तुम से कहता हूँ, ऐसा नहीं है; लेकिन यदि तुम पश्चात्ताप नहीं करोगे, तो सब के सब उसी तरह नष्ट हो जाओगे। अथवा क्या तुम समझते हो कि सीलोआम की मीनार के गिरने सें जो अठारह व्यक्ति दब कर मर गये, वे येरुसालेम के सब निवासियों से अधिक अपराधी थे? मैं तुम से कहता हूँ, ऐसा नहीं है; लेकिन यदि तुम पश्चात्ताप नहीं करोगे, तो सब के सब उसी तरह नष्ट हो जाओगे। " तब येसु ने यह दृष्टान्त सुनाया, "किसी मनुष्य की दाखबारी में एक अंजीर का पेड़ था। वह उसमें फल खोजने आया, परन्तु उसे एक भी नहीं मिला। तब उसने दाखबारी के माली से कहा, 'देखो, मैं तीन वर्षों से अंजीर के इस पेड़ में फल खोजने आता हूँ, पर मुझे एक भी नहीं मिलता। इसे काट डालो। यह भूमि को क्यों छेंके हुए है? " परन्तु माली ने उत्तर दिया, 'मालिक! इस वर्ष भी इसे रहने दीजिए। मैं इसके चारों ओर खोद कर खाद दूँगा। यदि यह अगले वर्ष फल दे तो अच्छा, नहीं तो इसे काट डालिएगा'।"

प्रभु का सुसमाचार।