वर्ष का चौंतीसवाँ सप्ताह, शनिवार - वर्ष 2

📕पहला पाठ

प्रकाशना-ग्रन्थ 22:1-7

"वहाँ फिर कभी रात नहीं होगी, क्योंकि प्रभु-ईश्वर उन्हें आलोकित करेगा।”

उसने मुझे-योहन-को स्फटिक जैसे संजीवन-जल की नदी दिखायी, जो ईश्वर और मेमने के सिंहासन से उमड़ रही थी। नगर के चौक के बीचोबीच बहती हुई नदी के तट पर, दोनों ओर एक जीवन-वृक्ष था, जो बारह बार, हर महीने एक बार, फल देता था। उस पेड़ के पत्तों से राष्ट्रों का इलाज होता है। वहाँ कुछ भी नहीं रहेगा, जो अभिशाप के योग्य हो। वहाँ ईश्वर और मेमने का सिंहासन होगा। उसके सेवक उसकी उपासना करेंगे, वे उसे आमने-सामने देखेंगे और उसका नाम उनके माथे पर अंकित होगा। वहाँ फिर कभी रात नहीं होगी। उन्हें दीपक या सूर्य के प्रकाश की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि प्रभु-ईश्वर उन्हें आलोकित करेगा और वे युग युगों तक राज्य करेंगे। उसने मुझ से कहा : ये बातें विश्वसनीय और सत्य हैं। जो नबियों को प्रेरित करता है, उस प्रभु-ईश्वर ने अपने दूत को भेजा है, जिससे वह अपने सेवकों को निकट भविष्य में होने वाली घटनाएँ दिखाये। "देखो, मैं शीघ्र ही आऊँगा। धन्य है वह जो इस पुस्तक की भविष्यवाणी का ध्यान रखता है!"

प्रभु की वाणी।

📖भजन : स्तोत्र 94:1-7

अनुवाक्य : मरानाथा! हे प्रभु येसु, आइए!

1. आओ! हम प्रभु के सामने आनन्द मनायें, अपने शक्तिशाली त्राणकर्त्ता का गुणगान करें, हम स्तुति करते हुए उसके पास जायें, भजन गाते हुए उसे धन्य कहें।

2. क्योंकि हमारा प्रभु ही शक्तिशाली ईश्वर है। वह सभी देवताओं से महान् अधिपति है। पृथ्वी की गहराइयाँ और पर्वतों की चोटियाँ सब उसी की हैं। समुद्र और पृथ्वी, जल और थल, सब उसके बनाये हुए और उसी के हैं।

3. आओ! हम दण्डवत् कर प्रभु की आराधना करें, अपने त्राणकर्ता के सामने घुटने टेकें। वही तो हमारा ईश्वर है और हम हैं उनके चरागाह की प्रजा, उसकी अपनी भेड़ें।

📒जयघोष

अल्लेलूया! जागते रहो और सब समय प्रार्थना करते रहो। जिससे तुम भरोसे के साथ मानव पुत्र के सामने खड़ा होने योग्य बन जाओ। अल्लेलूया!

📙सुसमाचार

लूकस के अनुसार पवित्र सुसमाचार 21:34-36

जागते रहो, जिससे तुम इन सब आने वाले संकटों से बचने योग्य बन जाओ।”

येसु ने अपने शिष्यों से कहा, "सावधान रहो। कहीं ऐसा न हो कि भोग-विलास, नशे और इस संसार की चिन्ताओं से तुम्हारा मन कुण्ठित हो जाये और वह दिन फन्दे की तरह अचानक तुम पर आ गिरे; क्योंकि वह दिन समस्त पृथ्वी के सभी निवासियों पर आ पड़ेगा। इसलिए जागते रहो और सब समय प्रार्थना करते रहो, जिससे तुम इन सब आने वाले संकटों से बचने और भरोसे के साथ मानव पुत्र के सामने खड़ा होने योग्य बन जाओ।"

प्रभु का सुसमाचार।